लुधियाना । पंजाब में हुई 8 करोड़ 49 लाख रुपये की चोरी की मास्टर माइंड 'डाकू हसीना' मनदीप कौर उर्फ मोना पंजाब पुलिस की गिरफ्त में आ गई है. वह उत्तराखंड के चमोली स्थित हेमकुंड साहिब पर माथा टेकने के लिए गई हुई थी.
साथ ही उसका पति भी था. इस मामले में 5 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. अब कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और उनके 5 करोड़ 96 लाख रुपये बरामद किए गए हैं.
पुलिस आयुक्त मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि सूचना मिली थी कि दोनों नेपाल के रास्ते विदेश भाग सकते हैं, लेकिन लुकआउट नोटिस जारी होने के कारण वे सफल नहीं हो सके. इनके पास से 21 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं. साथी इनके साथी गौरव उर्फ गुलशन को भी गिदड़बाहा से गिरफ्तार किया गया. अब तक कुल नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 8 करोड़ 49 लाख रुपये की रकम में से अब तक 5.96 करोड़ रुपये बरामद किए जा चुके हैं.
10 रुपये की फ्रूटी के कारण पकड़ी गई मोना
कैश वैन चोरी के बाद फरार हुई मनदीप कौन उर्फ मोना हेमकुंड साहिब माथा टेकने के लिए पहुंची थी. पुलिस को उसके बारे में जानकारी मिली थी. इसके बाद पुलिस ने मोना को पकड़ने के लिए फ्रूटी की फ्री सेवा जाल बिछाया था. मोना इसी फ्रूटी को लेने के लिए रुकी और पकड़ी गई.
चोरी सफल होने पर मत्था टेकने के लिए गई थी हेमकुंड साहिब: पुलिस आयुक्त
मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि मोना अपने पति जसविंदर सिंह के साथ हेमकुंड में इसलिए गई हुई थी कि उनका कैश वैन चोरी का प्लान कामयाब हो गया था. उन्होंने बताया कि दोनों को हेमकुंड से वापस लौटते समय पकड़ लिया गया. इनकी प्लानिंग हेमकुंड से केदारनाथ और हरिद्वार जाने की भी थी.
यह है पूरा मामला
बता दें कि, 10 जून की रात करीब डेढ़ हजे हथियारबंद लोगों ने लुधियाना के न्यू राजगुरु नगर इलाके में सीएमएस सिक्योरिटीज की एक कैश वैन को चोरी कर लिया था. पुलिस ने बताया था कि वैन में 8 करोड़ 49 लाख रुपये मौजूद थे. पुलिस को लुधियाना से 20 किलोमीटर दूर गांव मुल्लांपुर में कैश वैन लावारिश हालत में मिली थी. उसमें से तेजधार हथियार और दो पिस्टल भी पुलिस को बरामद हुई थी.
आरोपियों को पकड़ने के लिए लुधियाना पुलिस ने साइबर टीम की मदद लेते हुए वैन का जीपीएस ट्र्रैक किया था और इलाके के मोबाइल टावर भी डिटैल निकाली थी. टीम को इससे लीड हासिल हुई थी और चोरी की इस घटना को अंजाम देने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. उनके पास से 5 करोड़ रुपये कैश भी बरामद कर लिया गया था.
मगर, मास्टर माइंड मनदीप कौर उर्फ मोना और उसके पति सहित पांच लोग फरार थे. सोशल मीडिया पर मोना का 500-500 की नोटों की गड्डियों के साथ का वीडियो भी पुलिस को मिला था. पुलिस लगातार इनकी मूवमेट को ट्रैक कर रही थी और फिर मोना को उसके पति सहित गिरफ्तार कर लिया गया.
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सीएमएस में काम करने वाला भी था शामिल
पंजाब पुलिस के मुताबिक, इस कांड को अंजाम देने में सीएमएस कंपनी में काम करने वाला व्यक्ति भी शामिल है. वह यहां पर चार साल से काम कर रहा था, इसलिए उसे पूरी जानकारी थी. चोरी वाली रात को यह लोग इमारत में पीछे के दरवाजे से दाखिल हुए और वैन को लूट ले गए थे.
पुलिस की टीम को 10 लाख का इनाम
इस केस को सॉल्व करने वाली पुलिस टीम को 10 लाख रुपये का इनाम दिया गया है. वहीं, कुछ आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं उनकी तलाश में भी पुलिस की टीम जुटी हुई है. डीजीपी गौरव यादव ने ट्वीट करते हुए कहा ''उत्तराखंड से मनदीप कौर उर्फ मोना और उसके पति जसविंदर सिंह को गिरफ्तार करने के बाद सीएमएस कैश डकैती मामले को सुलझाने के लिए लुधियाना पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट पर गर्व है. 100 घंटे के भीतर ही आरोपियों को पकड़ लिया गया. साभार आज तक।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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