आजमगढ़ । जनपद पुलिस ने सेना की गाड़ियों की ड्यूटी का हवाला देकर गांजे की तस्करी करने वाले एक हैंडलर को साढ़े 20 किलोग्राम गांजे के साथ गिरफ्तार किया है। तरवां थाने की पुलिस ने यह बरामदगी की है। गिरफ्तार आरोपी गाजीपुर में गांजे की बिक्री करके आ रहे थे। बरामद गांजे की कीमत दो लाख से अधिक की बताई जा रही है।
साथ ही गाजीपुर में गांजे की बिक्री से मिले तीन लाख 52 हजार रुपए को भी पुलिस ने बरामद किया है। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि गाजीपुर में इतनी सख्ती नहीं है। यही कारण है हम लोग आसाम से माल लाकर गाजीपुर में बेच रहे हैं। ARMY ON DUTY लिखी गाड़ियों से गांजे की तस्करी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 12 अप्रैल को 309 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया था।
चेकिंग के दौरान मिली सफलता
तरवां थाने के प्रभारी बसंत लाल देर रात्रि चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली की एक कंटेनर जिस पर सामने के शीशे पर आर्मी ऑन ड्यूटी लिखा हुआ है। उसके अंदर गांजा छिपाकर रखा हुआ है। मामले की जानकारी मिलते ही सूचना सीओ लालगंज मनोज रघुवंशी को दी गई। जिसके बाद वाहन आता दिखाई दिया।
वाहन को रोककर जब तलाशी ली गई तो चालक की सीट के नीचे साढ़े 20 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया। इसके साथ ही गाजीपुर मे बिक्री किये गये गांजा की कुल धनराशि 3,52,000 रुपए बरामद किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त मतलूब हुसैन ने बताया कि विगत कई वर्षो से अवैध गांजा की खरीद फरोक्त करके अपने परिवार का जीवन यापन करता हूं । मैं अपने कन्टेनर वाहन में गांजा लेकर आसाम प्रान्त से जनपद गाजीपुर में आकर कुछ गांजा बेच दिया था जिसके लिए मुझे तीन लाख बावन हजार रुपए ( 3,52,000 ) मिले।
आरोपी ने बताया कि असम राज्य के डिब्रुगढ़ से सेना के अधिकारी का सामान लोड कर बरेली जा रहा था। मेरे गाड़ी के शीशे पर आर्मी आन ड्यूटी लिखा हुआ है, जिसे रास्ते में किसी पुलिस अधिकारी द्वारा अभी तक चेक नहीं किया गया था।
एक नजर आजमगढ़ में गांजा बरामदगी पर
10 जनवरी 2021 को उड़ीसा से आ रहे साढे 16 कुंतल गांजे के साथ आरोपी राजमन यादव जो कि अंबेडकरनगर का रहने वाला है को गिरफ्तार किया था। यह गांजा पुलिस ने उस समय बरामद किया था जब उड़ीसा से गांजा लदा आ रहा ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आरोपी ट्रक से गांजे को उतारकर भा रहा था। इसी बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए आरोपी के कब्जे से साढ़े 16 कुंतल गांजे की बरामदगी की थी।
वहीं 16 दिसंबर 2021 को जिले की निजामाबाद थाने की पुलिस ने सोफीपुर के पास से ट्रैक्टर ट्राली से दो कुंतल गांजा बरामद किया था। आरोपी ट्राली पर ऊपर सीमेंट की बोरी रखे थे जबकि नीचे 20 पैकेट गांजे को रखा गया था। इसके साथ ही एक मार्च 2021 को दो महिलाओं को 60 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया था। 13 जुलाई 2021 को बोलेरो से गांजे की तस्करी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों के कब्जे से 46 किलो गांजे की बरामदगी हुई थी।
29 मार्च को हुई थी दो कुंतल से अधिक बरामदगी
पुलिस ने 29 मार्च 2022 को ट्रक से गांजे की तस्करी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के कब्जे से दो कुंतल से अधिक गांजे की बरामदगी की थी। इसके साथ ही 11 जून 2022 को आसाम से गांजा लाकर तस्करी करने वाले दो आरोपियों को हुंडई कार से गांजे की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों के कब्जे से 70 किलो गांजा बरामद हुआ था। जबकि 25 जून को 80 किलो गांजा जिले की पुलिस ने बरामद किया था।
29 जुलाई 2022 को दो अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी करते हुए एक जगह से 125 किलो जबकि दूसरी जगह से 56 किलो गांजा बरामद किया गया था। इसके साथ ही तीन अगस्त 2022 को दो कुंतल गांजे के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
23 अगस्त 2022 को 62 किलो जबकि 29 अगस्त को 10 किलो गांजे की बरामदगी हुई थी। आसाम और उड़ीसा से आने वाले इस गांजे से इस अपराध से जुड़े लोगों को मोटा मुनाफा होता है। यही कारण है कि पुलिस प्रशासन की तमाम नाकेबंदी के बाद भी तस्करी से जुड़े अपराधी गांजा तस्करी के लिए रोज नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। साभार डीबी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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