राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जौनपुर,आजमगढ़ समेत कई जगह छापेमारी,एक गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जौनपुर,आजमगढ़ समेत कई जगह छापेमारी,एक गिरफ्तार

जौनपुर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आईएसआईएस झारखंड मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के लिए गुरुवार को यूपी समेत छह राज्यों में नौ स्थानों पर छापे मारे। इस दौरान आतंक फैलाने की साजिश में कथित भूमिका के लिए मध्य प्रदेश के रतलाम से उमर नाम के एक युवक को गिरफ्तार भी किया गया।

यह मामला आईएसआईएस मॉड्यूल से संबंधित है, जिसका खुलासा इस साल जुलाई में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्र फैजान की गिरफ्तारी से हुआ था। फैज़ान एएमयू परिसर के पास रहने के दौरान आईएसआईएस से जुड़े कट्टरपंथी व्यक्तियों के संपर्क में आया था।

गुरुवार को छापे की कार्रवाई में छह राज्यों में नौ स्थानों पर संदिग्धों के परिसरों की तलाशी ली गई। इस दौरान राहुल सेन उर्फ उमर उर्फ उमर बहादुर को गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से इलेक्ट्रॉनिक व डिजिटल डिवाइस (लैपटॉप व पेन ड्राइव) सहित कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। साथ ही मोबाइल फोन, एक चाकू के अलावा आईएसआईएस से संबंधित कई दस्तावेज भी जब्त किए गए। ये छापे बिहार के सीवान, यूपी के जौनपुर, आज़मगढ़ व महाराजगंज, मध्य प्रदेश के रतलाम, पंजाब के लुधियाना, गोवा के दक्षिण गोवा, कर्नाटक के यादगीर और महाराष्ट्र के मुंबई में मारे गए।

युवाओं की भर्ती कर रहा था उमर

आतंकी साजिश में सक्रिय भूमिका के लिए रतलाम से गिरफ्तार किए गए 23 वर्षीय उमर कट्टरपंथ के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से आईएसआईएस प्रचार का प्रसार और विभिन्न आतंकी संबंधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भोले-भाले युवाओं की भर्ती में शामिल था। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन, और संगठन का प्रचार प्रसार करें। इस साजिश का उद्देश्य आईएसआईएस की ओर से भारत में हिंसक आतंकी हमले करना और प्रतिबंधित संगठन के लिए काम करने के लिए युवाओं की भर्ती करना था।

आईएसआईएस कैडर का विस्तार करने की योजना

छापे की यह कार्रवाई 19 जुलाई 2023 को एनआईए द्वारा आईपीसी की धारा 120 बी, 153 ए व 505 तथा यूएपीए की धारा 18, 20, 38 व 39 के तहत दर्ज किए गए मामले में की गई। इसी मामले में 20 जुलाई 2023 को इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के एक सदस्य फैजान अंसारी को एनआईए ने गिरफ्तार किया था। जांच से पता चला है कि 19 वर्षीय फैजान ने आईएसआईएस का समर्थन करते हुए आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के इरादे से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने सहयोगियों और अज्ञात अन्य लोगों के साथ झारखंड आतंकी मॉड्यूल की साजिश रची थी।

एएमयू में बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स का छात्र फैजान यूनिवर्सिटी कैंपस के पास एक लॉज में रहता था। पढ़ाई के दौरान वह कुछ कट्टरपंथी व्यक्तियों के संपर्क में आया जो आईएसआईएस के गुर्गों के संपर्क में थे। उन्होंने एक बंद समूह बनाया, जो दूसरों को आईएसआईएस में शामिल होने के लिए प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था। फैजान ने भारत में हिंसक हमलों को अंजाम देने के लिए कमजोर युवाओं को प्रभावित करने और भर्ती करने के लिए आईएसआईएस के वैचारिक वीडियो का भी प्रचार किया था। वह भारत में आईएसआईएस कैडर का विस्तार करने के लिए नव-धर्मांतरित लोगों को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आतंकवादी समूह में लाने की प्रक्रिया में था। इसके अलावा वह विदेश स्थित आईएसआईएस संचालकों के संपर्क में था, जो उसे आईएसआई की विचारधारा फैलाने में मार्गदर्शन कर रहे थे। उसने भारत में अपना काम पूरा करने के बाद विदेशी आईएसआईएस संघर्ष थियेटर में ‘हिजरात’ (प्रवास) करने पर भी विचार किया था। साभार एचटी।

फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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