आजमगढ़। स्थानीय तहसील परिसर सगड़ी में एंटी करप्शन की टीम ने दो लेखपालों को भूमि पैमाइश के नाम पर पांच हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। एक साथ दो लेखपालों के पकड़े जाने से तहसील परिसर में हड़कंप मच गया।
टीम दोनों को लेकर तत्काल जीयनपुर कोतवाली पहुंच गई। जहां काफी संख्या में लेखपाल भी पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया।
महराजगंज थाना अंतर्गत देवारा जदीद गांव निवासिनी चंदा पत्नी प्रमोद ने अपनी जमीन की पैमाइश के लिए तहसील पर आवेदन किया था। पैमाइश करने के नाम पर लेखपाल यादवेंद्र यादव द्वारा उससे पैसों की मांग की जा रही थी। पांच हजार रुपये लेखपाल मांग रहे थे। जिस पर चंदा ने एंटी करप्शन टीम वाराणसी से संपर्क किया। टीम ने प्लानिंग की और फिर शुक्रवार को जिले में पहुंच कर स्थानीय टीम के साथ संपर्क कर रणनीति को अंतिम रूप देते हुए सगड़ी तहसील पहुंच गई। जहां शिकायतकर्ता चंदा ने लेखपाल यादवेंद्र यादव को पैसा दिया। इसी दौरान पैसा जमीन पर गिर गया। जिसे यादवेंद्र के साथ मौजूद लेखपाल रमायन भारद्वाज ने उठा लिया। इसी दौरान एंटी करप्शन टीम मौके पर पहुंच गई और दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया। लेखपालों को घूस लेते पकड़े जाने की जानकारी होते ही पूरे तहसील परिसर में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में टीम दोनों लेखपालों को अपने वाहनों में बैठाकर जीयनपुर कोतवाली लेकर चली गई। जिस पर साथी लेखपाल भी कोतवाली पहुंच गए और लेखपाल रमायन भारद्वाज को निर्दोष बताते हुए छोड़े जाने की मांग करने लगे। वहीं एंटी करप्शन टीम जीयनपुर कोतवाली में जरूरी लिखापढ़ी करने के बाद दोनों को लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हो गई।
टीम में निरीक्षक श्यामबाबू प्रभारी आजमगढ़, राकेश बहादुर सिंह प्रभारी वाराणसी के अलावा मुख्य आरक्षी नंदलाल शर्मा, कौशल राय, आरक्षी आशीष शुक्ला, मुकेश कुमार पटेल, आनंद कुमार, अश्वनी कुमार व जितेंद्र यादव शामिल रहे। साभार ए यू।
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पकड़े गए आरोपी लेखपाल |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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