थाणे । महाराष्ट्र के ठाणे में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या में वांछित दो सगे भाइयों को 29 साल बाद एसटीएफ ने जौनपुर से धर दबोचा। एसटीएफ की टीम, महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच और सारनाथ थाने की पुलिस ने दोनों को सारंगनाथ मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया।
जौनपुर के गौराबादशाहपुर का रहने वाला अनिल सरोज अपने ननिहाल सोहनी थाना केराकत (जौनपुर) में तांत्रिक वेश बनाकर छिपा हुआ था। उसका भाई सुनील साथ ही रहता था।
एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक महिला और उसके चार बच्चों की हत्या करने के बाद 29 साल से फरार चल रहे दो भाइयों को उत्तर प्रदेश में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 1994 में ठाणे जिले के काशीमीरा में जगरानीदेवी (27) और उसके चार बच्चों की बेरहमी से हत्या करने के बाद दोनों भाग गए थे। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मामले में दिसंबर 2022 में एक आरोपी को पकड़ लिया था।
वारदात के बाद से महाराष्ट्र पुलिस दोनों तलाश में जुटी थी। हालांकि उनका कोई सुराग नहीं मिल रहा था। दोनों के घर गौराबादशाहपुर में कई बार छापेमारी हुई लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। नृशंस हत्याकांड के एक आरोपी अमरनाथ चौहान निवासी नोनवटी बीरापट्टी (बड़ागांव) वारदात के वक्त ही मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि अनिल व सुनील पुलिस से बचते रहे।
महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच को हत्याकांड में शामिल दोनों आरोपियों के सारनाथ पहुंचने की जानकारी मिली। उनकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ से संपर्क किया। एसटीएफ के इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव ने सारनाथ थाने की पुलिस व मुंबई क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर संयुक्त टीम बनाई। साभार एचटी।
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अनिल और सुनील,फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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