जौनपुर। त्रिलोचन बाजार निवासी प्रतिभावान बाल गायिका व उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत विदुषी वर्मा एक चमकता हुआ तारा है। अभी हाल ही में उनको काशी आइकान अवार्ड से सम्मानित किया गया।
कम उम्र में ही विदुषी ने लोकगीत व भक्तिगीत में बड़ा नाम कमाया है, ऐसे में वह देश के कोने-कोने में स्टेज शो करके जिले का नाम बढ़ा रही हैं।
विदुषी के पिता विनय वर्मा त्रिलोचन बाजार में सराफा के व्यापारी हैं। बचपन में ही पिता के साथ संकट मोचन संगीत समारोह में जाती थी। इन पर हनुमान जी की कृपा बरसी तो संकट मोचन के मासिक भजन में हिस्सा लेने लगी। इसके बाद संकट मोचन के सालाना कार्यक्रम में अनूप जलोटा, मालिनी अवस्थी, महाभारत वाले गजेंद्र पाल के सामने प्रस्तुति देकर आशीर्वाद लिया। विदुषी चौथी कक्षा में जब आठ साल की थी तभी से शास्त्रीय संगीत, उप शास्त्रीय संगीत जैसे-कजरी, ठुमरी, चहती, चइता, दादरा व भजन सीखने लगी। वर्तमान में 15 साल की विदुषी 11 वीं कक्षा में सनबीम इंग्लिश स्कूल भगवानपुर वाराणसी की छात्रा है। विदुषी ने अभी तक मुंबई, दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी में एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। अभी तक इसके 15 से अधिक देवीगीत आ चुके हैं। इनको संगीत नाटक अकादमी की तरफ से भी सम्मानित किया जा चुका है। साभार ए यू।
![]() |
विदुषी वर्मा,फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
एक टिप्पणी भेजें