पृथ्वीगंज (प्रतापगढ़)। नगर कोतवाली के भगेसरा निवासी सपा कार्यकर्ता दीपक यादव को रविवार की रात पंपिंग सेट से कुछ लोग चार पहिया वाहन से उठा ले गए। जानकारी के बाद परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी। रात भर परिजनों को साथ लेकर पुलिस तलाश करती रही, लेकिन कहीं पता नहीं चला। सोमवार दोपहर परिजनों संग कोतवाली आ रही चचेरी बुआ की सदमे में तहसील परिसर में ही मौत हो गई। जिससे घर में मातम पसरा रहा।
भगेसरा निवासी दीपक यादव (26) किसानी व ट्रैक्टर चलवाने का काम करता है। वह सपा कार्यकर्ता भी है। रविवार की शाम वह घर से कुछ दूर स्थित पंपिंग पर सोने गया था। ग्रामीणों के अनुसार बोलेरो से कुछ लोग पंपिंग सेट पर पहुंचे। करीब एक घंटे तक वे रुके रहे। वहां खाने पीने का दौर भी चला। लेनदेन को लेकर विवाद होने पर बोलेरो सवार दीपक को उठा ले गए। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस खोजबीन करने लगी। बाजार में लगे सीसीटीवी से फुटेज भी खंगालती रही। परिजनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने रात में जौनपुर से घटना में प्रयुक्त बोलेरो बरामद करते हुए एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया। अपहृत युवक की मां गीता देवी की तहरीर पर पुलिस ने जौनपुर के रैनी गांव के प्रधान के बेटे रवि, उसी गांव के आशीष वर्मा उर्फ गुड्डू व पांच -सात अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया।
रविवार दोपहर दीपक की खोजबीन व कार्रवाई की जानकारी करने के लिए परिजनों संग चचेरी बुआ अंतिमा यादव (35) नगर कोतवाली आई थी। इस बीच तहसील गेट पर अचानक अंतिमा गिर पड़ी। कुछ देर में ही उसकी सांसें थम गईं। परिजन शव लेकर घर चले गए। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने बताया कि रुपये के लेनदेन को लेकर दीपक का जौनपुर के रवि समेत कुछ लोगों से विवाद था। पहले पंपिंग सेट पर पार्टी हुई फिर विवाद बढ़ने पर उसे लोग बोलेरो से उठा ले गए। उसकी बरामदगी व घटना में शामिल लोगों की धरपकड़ के लिए पुलिस की चार टीम गठित की गई है।
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दीपक की पत्नी व बच्चों का बुरा हाल
अपहृत दीपक की पत्नी अमृता, बेटे दीपांश, मंटू व सूर्यांश का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस से मदद की गुहार लगा रहे हैं। मां गीता देवी का कहना है कि अपहरण करने वाले उसके बेटे की हत्या कर सकते हैं।
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मायके में ही बच्चों संग रहती थी अंतिमा
दीपक की चचेरी बुआ अंतिमा की शादी झूंसी के चकवा हुई थी। पांच बहनों में अंतिमा सबसे छोटी थी। वह काफी दिनों से अपने पिता महानंद के घर पर ही बच्चों संग रहती थी। मां की मौत से बेटे दीपक, कृष्ण यादव, बेटी नीलू व नीतू का रो-रोकर बुरा हाल रहा। परिजन उसकी मौत सदमे से होने की बात कर रहे हैं। साभार ए यू।
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अंतिम यादव,फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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