जौनपुर। अब रजिस्ट्री कार्यालयों के अभिलेखों का सारा विवरण बस एक क्लिक करते ही लोगों के सामने होगा, जिससे विभाग के कार्यो में पारदर्शिता बनी रही। इसके लिए उप निबंधन कार्यालयों की 15 वर्षों की पत्रावलियों को ऑनलाइन किया जा रहा है।
यह कार्य स्कैनिंग व डिजिटाइजेशन ऑफ डाक्यूमेंट्स के तहत चल रहा है। इसके लिए शासन स्तर से जिले को 38 कर्मचारी व छह से सात कम्प्यूटर, स्कैनर प्राप्त हुए है। अभी तक 20 फीसदी से अधिक काम पूरा किया जा चुका है। काम पूरा होने के बाद पत्रावलियों को खोजने के लिए रजिस्टर का पन्ना नहीं पलटना पड़ेगा।
स्कैनिंग व डिजिटाइजेशन ऑफ डाक्यूमेंट्स के तहत 2002 से 25 दिसंबर 2017 तक के अभिलेखों को ऑनलाइन किया जा रहा है। इसके तहत अभिलेखों को स्कैन करने के बाद उसको विभागीय पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। इसके बाद उसमें यह भी जिक्र किया जाएगा कि कितनी प्रापर्टी, कब खरीदी गई, कितने में बिकी है, बैनामे की सारी डिटेल अपलोड की जाएगी। इसके लिए सभी तहसीलों में अप्रैल 2023 से काम शुरू हो गया है। जिलेभर में 15 सालों का पांच लाख 87 हजार 314 अभिलेखों को ऑनलाइन किया जाना है। इसमें से अभी तक 20 फीसदी अभिलेख ही ऑनलाइन किए गए है। इस काम के लिए सरकार की तरफ से प्रत्येक जिले में जेम पोर्टल पर टेंडर कराया गया था। इसके तहत एजेंसी भी नामित की गई। प्रत्येक तहसीलों में छह से सात कर्मचारियों को ऑनलाइन करने के लिए लगाया गया है। अकेले सदर तहसील में 20 हजार से अधिक अभिलेखों का डिजिटाइजेशन का कार्य किया गया है। सारे अभिलेखों को अपलोड करने के बाद उसको पब्लिक के लिए खोला जाएगा।
स्कैनिंग व डिजिटाइजेशन ऑफ डाक्यूमेंट्स का कार्य अप्रैल से चल रहा है। इसमें बैनामे की सारी डिटेल भरी जा रही है। जिससे एक क्लिक पर सारा सजरा लोगों के सामने ऑनलाइन होगा। फिलहाल वर्ष 2002 से 2017 तक के बैनामे व अन्य अभिलेखों को ऑनलाइन किया जा रहा है, शेष के लिए आदेश आने पर किया जाएगा।
राम अक्षयबर चौहान, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व। साभार ए यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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