जौनपुर। परिषदीय स्कूलों में तैनात कुछ शिक्षक किस तरह से खेल करते हैं इसका खुलासा शुक्रवार को बीएसए के निरीक्षण के दौरान हुआ। पता चला कि एक स्कूल में तैनात एक सहायक अध्यापक समय से स्कूल नहीं पहुंचा तो वहां के प्रधानाध्यापक ने ही उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करके उन्हें उपस्थित कर दिया।
ऐसे में बीएसए ने दोनों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया। इसके साथ एक स्कूल बंद पाए जाने पर वहां के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया। अलग-अलग विद्यालयों के कुल सात शिक्षकों का वेतन रोका गया।
बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल प्राथमिक विद्यालय छांगापुर प्रथम पहुंचे तो सहायक शिक्षक मनीष कुमार सिंह का हस्ताक्षर बना था, लेकिन वह अनुपस्थित मिले। बीएसए ने प्रधानाध्यापक राजकुमार से पूछताछ की तो सही जवाब नहीं मिला। हस्ताक्षर का मिलान करने पर पता चला कि हस्ताक्षर प्रधानाध्यापक द्वारा बनाया गया है। इस पर बीएसए ने दोनों का वेतन रोक दिया। सहायक अध्यापक अरुण कुमार व शिक्षामित्र बीना यादव का भी वेतन व मानदेय रोका गया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय छंगापुर में मिशन कायाकल्प योजना के तहत कोई भी काम पूरा नहीं है। निरीक्षण के दौरान विद्यालय बंद पाए जाने के कारण प्रभारी प्रधानाध्यापक वीरेंद्र यादव को निलंबित किया गया और सहायक अध्यापक राघवेंद्र मिश्र, गीता पांडेय का वेतन रोका गया। प्राथमिक विद्यालय दमोदरा में निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापिका किरणलता सिंह व शिक्षामित्र साधना सिंह अनुपस्थित मिलीं। दोनों का वेतन व मानदेय रोका गया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय दमोदरा का निरीक्षण किया। सहायक शिक्षक विनय कुमार मौर्य आकस्मिक अवकाश थे। प्रीतम सिंह सहायक अध्यापक अनुपस्थित रहे। अनुपस्थिति तिथि का वेतन अवरूद्ध कर दिया। बीएसए ने बताया कि कई स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति ठीक नहीं होने पर सुधार के लिए कहा गया। निपुण लक्ष्य के तहत बच्चों से सवाल पूछे गए। इसमें कुछ ही जवाब दे सके। ऐसे में सुधार के लिए शिक्षकों को कहा गया। साभार ए यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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