कौशांबी। करारी थाना के तत्कालीन इंस्पेक्टर गणेश प्रसाद को महिला फरियादी से अभद्रता करना आखिरकार महंगा पड़ गया। अदालत के आदेश पर उनके खिलाफ छेड़खानी व धमकी देने का मुकदमा दर्ज हो गया है।
मुकदमे की जांच क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारी करेंगे। आरोप है कि उन्होंने छेड़खानी करने के साथ पीड़िता को जूतों से मारने की धमकी भी दी थी।
शिकायत करने पहुंची तो हुई छेड़खानी
17 सितंबर को पीड़िता अपनी शिकायत लेकर करारी थाना गई थी। आरोप है कि वहां निरीक्षक गणेश प्रसाद ने पीड़ित महिला, उसके पिता व बहनों से अभद्रता की। पीड़िता के साथ छेड़खानी तक की। पीड़िता ने पुलिसिया दादागीरी की शिकायत तभी एसपी सहित अन्य अधिकारियों से की थी।
न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। सीओ मंझनपुर से प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट को रिपोर्ट भेज दी गई है।
-बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी।
तबादले पर असंतुष्ट थी पीड़िता
एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने इंस्पेक्टर का तबादला कर दिया था। इस कार्रवाई के असंतुष्ट पीड़िता ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। उसकी अर्जी पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दीपक जायसवाल ने 28 नवंबर को इंस्पेक्टर के खिलाफ छेड़खानी व गाली-गलौज करने का मुकदमा दर्ज करने का निर्देश एसपी को दिया था। कोर्ट के आदेश पर सोमवार को करारी पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। इसे लेकर इंस्पेक्टर की धड़कन बढ़ी हुई है।
यह है पूरा मामला
करारी क्षेत्र की एक महिला ने बताया कि उसका निकाह फरवरी 2023 में पड़ोसी युवक से हुआ था। आरोप है कि शादी के बाद से ही दहेज में चार पहिया वाहन व एयर कंडीशनर की मांग को लेकर ससुराली विवाहिता को प्रताड़ित करने लगे। तीन मार्च को बेरहमी से पिटाई की और घर से निकाल दिया।
पीड़िता ने 12 मार्च को आरोपी पति, ससुर, ननद व देवर सहित सात लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराई। बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद ससुराली समझौते का दबाव बनाने के लिए आए दिन परेशान करने लगे। अक्सर गाली-गलौज के साथ घर पर पथराव करते थे। इसकी शिकायत करने के लिए वह 17 सितंबर को करारी थाना गई थी। साभार जेएनएन।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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