जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने नैक ग्रेडिंग में ए प्लस ग्रेड प्राप्त किया है। इस पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों व कर्मचारियों ने एक दूसरे को बधाई देकर खुशी जाहिर की है।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने लंबी कवायद के बाद राष्ट्रीय मूल्यांकन प्रत्यायन परिषद (नैक) में ए प्लस ग्रेडिंग प्राप्त की है। विश्वविद्यालय में नैक की टीम ने तीन से पांच दिसंबर तक स्थलीय निरीक्षण किया था। इसके बाद परिणाम जारी किया गया है। परिणाम की जानकारी होते ही विश्वविद्यालय में जश्न का माहौल हो गया। शिक्षक-कर्मचारी सभी एक-दूसरे को बधाई देने लगे।
विश्वविद्यालय ने वर्ष 2016 में नैक में बी प्लस ग्रेड प्राप्त किया था, जो 2020 में समाप्त हुआ था। इसके बाद कोविड और अन्य कारणों से विश्वविद्यालय दो साल इसके लिए आवेदन नहीं कर सका। पूर्व कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य के कार्यकाल में नैक मूल्यांकन अगस्त के महीने में किया गया था, लेकिन किन्हीं वजहों से निरीक्षण करने वाली टीम ने निरीक्षण में तमाम खामियों के बाद कोई परिणाम जारी नहीं किया था। अगस्त महीने में नई कुलपति प्रो. वंदना सिंह के आने के साथ ही इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई थी। स्थलीय चीजों को सुधारने के साथ लंबी कवायद के बाद सेल्फ एसेसमेंट रिपोर्ट (एसएसआर) नैक में सब्मिट की गई। इसके बाद विश्वविद्यालय को बड़ी सफलता मिली। उसने ऊंची छलांग लगाते हुए ए प्लस ग्रेड हासिल किया है।
विश्वविद्यालय में पिछले कुछ वर्षों से आर्थिक संकट बना हुआ है। पिछले साल विश्वविद्यालय से सिर्फ गाजीपुर के कॉलेजों को संबद्ध किया गया। तमाम आर्थिक दिक्कतों के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी मेहनत और लगन से ऊंचा लक्ष्य प्राप्त किया है। कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि यह सामूहिक प्रयास और तैयारियों का नतीजा रहा कि हमें अच्छा ग्रेड मिला। हम शिक्षकों और विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं व संसाधन देने का प्रयास करेंगे।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में जारी हुए नैक मूल्यांकन की रिपोर्ट के बाद अब लोगों को उम्मीद बड़ गई है कि विश्वविद्यालय को देश, प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में प्रतिभा करने का अच्छा अवसर मिलेगा। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय अब पूर्वांचल में शिक्षा का केंद्र बनेगा। नैक का ए प्लस ग्रेड मिलने के बाद इस दिशा में तेजी से काम होगा। नए स्टार्टअप शुरू होंगे, कैंपस चयन के लिए मल्टीनेशनल कंपनियों को बुलाया जाएगा।
कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने बातचीत में कहा कि अब विदेश और देश के दूसरे राज्यों के विद्यार्थी भी पढ़ने के लिए आकर्षित होंगे। अच्छे छात्र आएंगे तो पढ़ाई का वातावरण भी बनेगा। अच्छी ग्रेडिंग मिलने के बाद महाविद्यालयों में भी बेहतर संदेश गया है। कुलपति ने कहा कि ए प्लस ग्रेड मिलने के बाद केंद्र सरकार खेल संसाधन के करोड़ रुपये और कौशल विकास एवं इंटरप्रेन्योरशिप के लिए करोड़ों रुपये देगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अब राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) की रैंकिंग के लिए आवेदन करेगा। आने वाले कुछ महीनों में आवेदन किया जायेगा। इससे पहले प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। साभार ए यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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