CRIME NEWS: माता-पिता के साथ अमेठी से फरीदाबाद आ रही 13 साल की किशोरी से चलती ट्रेन में दुष्कर्म किया गया। घटना साल 2022 की है। पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म भी दे दिया। अब डेढ़ साल बाद पुलिस ने केस दर्ज किया है।
परिवार के लोग रेलवे पुलिस और कोतवाली थाने के चक्कर लगाते रहे। उधर, जन्म दिए गए बच्चे को बाल संरक्षण गृह पंचकूला भेजा गया है।
साल 2022 में किशोरी अपने माता-पिता के साथ अमेठी से गोमती एक्सप्रेस से फरीदाबाद आ रही थी। भीड़ ज्यादा होने के कारण मां ने बेटी को ऊपर वाली सीट पर बिठा दिया। सीट पर एक युवक पहले से लेटा हुआ था। रात को युवक किशोरी से दुष्कर्म कर रास्ते में उतर गया। पीड़िता का कहना है कि वह घटना के दौरान डर गई थी, इस कारण किसी को कुछ बताया। पेट में दर्द होने पर परिवार के लोग पहले घरेलू इलाज करते रहे। 10 जून 2023 को पेट के निचले हिस्से में भारीपन लगने पर परिजन एनआईटी तीन स्थित ईएसआई अस्पताल लेकर गए। बच्ची ने अस्पताल के शौचालय में बच्चे को जन्म दे दिया।
इलाका विवाद को लेकर उलझे रहे जीआरपी और कोतवाली पुलिस
11 जून 2023 को कोतवाली थाना पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कर पॉक्सो एक्ट के तहत जीरो एफआईआर दर्ज कर ली। अगले दिन बाल कल्याण समिति फरीदाबाद के सामने बयान में घटनास्थल लखनऊ होने के कारण जीरो एफआईआर को जीआरपी लखनऊ भेजा गया। वहां से पुलिस अधीक्षक रेलवे लखनऊ ने जीरो एफआईआर पर ऐतराज जता शिकायत को वापस थाना कोतवाली में भेज दिया। 28 जुलाई 2023 को पीड़िता ने लीगल ऐड और बाल कल्याण समिति फरीदाबाद के सामने दोबारा से बयान दिए। अदालत में दिए बयान में पीड़िता और मात-पिता ने घटनास्थल लखनऊ का बताया। पुलिस ने दोबारा से जीरो एफआईआर जीआरपी थाना लखनऊ में भेज दी। 22 दिसंबर 2023 को जीआरपी थाना लखनऊ चार बाग ने पीड़िता और परिवार को बयान देने के लिए बुलाया। वहां पीड़िता और माता-पिता ने अपने केस की जांच फरीदाबाद की कोतवाली थाना पुलिस से ही करवाने की बात कही। 26 दिसंबर 2023 को जीआरपी लखनऊ चारबाग से थाना कोतवाली को पत्र मिला, जिसके बाद 29 दिसंबर 2023 को थाना कोतवाली पुलिस ने 6 पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। साभार ए यू।
![]() |
फाइल फोटो (सांकेतिक चित्र) |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
parmartimes@gmail.com
एक टिप्पणी भेजें