जौनपुर। एसडीएम अर्चना ओझा एसडीएम बदलापुर ने घरौनी में नाम दर्ज करने के लिए 40 हजार रुपये घूस लेने के आरोप में लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। यह कार्रवाई तहसीलदार राकेश कुमार की जांच रिपोर्ट पर हुई है।
इससे लेखपालों में खलबली मची है।
तहसील क्षेत्र ग्राम कुशहा निवासी चंद्रप्रकाश मिश्र ने आईजीआरएस में शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया था कि एक कानूनगो ने आबादी दर्ज करने के लिए एक लाख रुपये की मांग की थी। हल्का लेखपाल यशपाल को 40 हजार रुपये अग्रिम धनराशि के रूप में दे दिया गया। शेष धनराशि काम होने के बाद देने पर समझौता हुआ था। इसी क्रम में घरौनी दर्ज करने के नाम पर कुशहा गांव के ही रामराज खरवार ने 50 हजार रुपये व रवि गुप्ता ने 45 हजार रुपये घूस देने की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र देकर किया। शिकायतकर्ताओं ने शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि लेखपाल यशपाल द्वारा किसानों का भारी पैमाने पर शोषण किया जा रहा है। एसडीएम अर्चना ओझा ने शिकायती पत्र की जांच तहसीलदार राकेश कुमार को सौंपी थी। जांच में मामला सही पाए जाने पर लेखपाल यशपाल को एसडीएम अर्चना ओझा ने निलंबित कर दिया। अब यह जांच नायब तहसीलदार वृजेंद्र सिंह कर रहे हैं। इन्हीं सब कारणों को लेकर गांव के कतिपय लोगों ने लेखपाल की पिटाई भी कर दी थी। इस मामले में गांव के आशीष कुमार समेत अन्य पर पुलिस ने केस भी दर्ज किया है।
आईजीआरएस में खतौनी में नाम दर्ज कराने को लेकर शिकायत की गई थी। इसकी जांच कराने के बाद दोषी पाए जाने पर लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। कानूनगो के घूस मांगने का कोई साक्ष्य नहीं प्राप्त हुआ।अर्चना ओझा, एसडीएम।। साभार ए यू।
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SDM, बदलापुर, अर्चना ओझा |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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