शिकारीपाड़ा(दुमका)। लोग किसी भी वारदात को अंजाम देने के लिए ऐसा रास्ता चुनते हैं कि पुलिस उन तक आसानी से नहीं पहुंचे, लेकिन अपराधी ज्यादा दिन तक पुलिस से बच नहीं पाते हैं। शिकारीपाड़ा थाना की पुलिस ने 12 दिसंबर को प्रेमिका की हत्या करने वाले उसके प्रेमी शेखाउद्दीन उर्फ शेखा को सोमवार की रात गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया है।
उसने महज 70 हजार रुपये हासिल करने के लिए प्रेमिका को पहले पीटा और बेहोश होने के बाद रेल पटरी पर सुला दिया। इतना ही नहीं, महिला के दोनो हाथ बांध दिए और तब तक पटरी किनारे पर बैठा रहा, जब तक गाड़ी महिला के शरीर से पार नहीं हो गई।
क्या है पूरा मामला
ग्रामीणों की सूचना पर शिकारीपाड़ा थाना की पुलिस ने 13 दिसंबर की सुबह लोढ़ी पहाड़ी गांव के नजदीक रेल पटरी पर एक अज्ञात महिला का शव बरामद किया गया था। महिला के दोनों हाथ बंधे हुए थे। करीब एक सप्ताह के बाद महिला की पहचान पाकुड़ जिले के पाकुड़िया थाना क्षेत्र के दमगी-बरमसिया की रहने वाली 35 साल की मरियम मरांडी के रूप में हुई।
शव की पहचान होते ही पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई। मामला दो जिलों से जुड़ा था। मृतका पाकुड़ जिला की रहने वाली थी, जबकि उसका शव पश्चिम बंगाल की सीमा पर जिले के लोढ़ी पहाड़ी गांव के नजदीक मिला था।
अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने महिला के स्वजन से पूछताछ की तो पता चला कि 12 दिसंबर को मरियम पाकुड़िया प्रखंड के गणपुरा पंचायत में सरकार आपके द्वार के शिविर में शामिल होने के लिए गई थी। उंसके पास 70 हजार रुपया भी था। वह उस पैसों से बेटे के लिए बाइक खरीदना चाहती थी।
पुलिस ने मृतका के मोबाइल के कॉल डिटेल निकाला तो पता चला कि उसकी दोस्ती शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के चितरागड़िया गांव के शेखाउद्दीन मियां उर्फ शेखा से थी। डेढ़ साल से दोनों में प्रेम प्रसंग चल रहा था।
कैसे दिया वारदात को अंजाम
12 दिसंबर को भी शेखाउद्दीन ने मरियम को अपने यहां बुलाया। दोनों बाइक से मसानजोर डैम घूमने गए । लौटने में क्रम में अंधेरा होने पर शेखा उसे अपने गांव के नजदीक एक तालाब के किनारे ले गया। बातचीत के क्रम में दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। गुस्से में आकर शेखा ने मुक्के से हमला कर दिया। जिसमें वह बेहोश हो गई।
बेहोश होने के बाद शेखा ने 70 हजार रुया निकाल लिया और नजदीक से गुजरी रेल की पटरी पर ले जाकर सुला दिया। होश आने पर कहीं भाग नहीं जाए, इसलिए दोनों हाथ बांध दिए। वह पटरी से कुछ दूर बैठकर ट्रेन के आने का इंतजार करता रहा। थोड़ी देर में जब ट्रेन आई तो मरियम को मौत की नींद सुलाते हुए पार हो गई। ट्रेन पार होने के बाद शेखा ने पास जाकर देखा।
उसे जब यह विश्वास हो गया कि उसकी मौत हो चुकी है, तभी वहां से अपने घर गया। शेख जमीन का कारोबार करता है और इसी सिलसिले में मरियम के गांव भी जाता था। दोनों संपर्क में आए और प्रेम करने लगे। किसी बात पर नाराज होकर योजनाबद्ध तरीके से महिला की हत्या कर दी।
आरोपित को जेल भेज दिया गया है। हादसे के बाद तीन बाद वह एक हादसे में घायल हो गया था। महिला से छीने 70 हजार में 45 हजार रुपए अपने इलाज पर खर्च कर दिए। आरोपित ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है।- वकार हुसैन, थाना प्रभारी, शिकारीपाड़ा। साभार जेएनएन।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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