ज्ञानवापी प्रकरण में आए न्यायालय के फैसले का होना चाहिए सम्मान; पंडित प्रसाद दीक्षित ( ट्रस्टी )

ज्ञानवापी प्रकरण में आए न्यायालय के फैसले का होना चाहिए सम्मान; पंडित प्रसाद दीक्षित ( ट्रस्टी )

विशाल सिंह, वाराणसी

वाराणसी । सुविख्यात ज्योतिषाचार्य एवं श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के सदस्य ( ट्रस्टी ) पंडित प्रसाद दीक्षित ने कहा कि वाराणसी के जिला अदालत ने बुधवार 31 जनवरी 2024 ई. को में स्थित व्यास जी के तहखाना में हिंदुओं को पूजा - पाठ करने का अधिकार देने का आदेश सुनाया है l इसका स्वागत किया जाना चाहिए l माननीय न्यायालय के फैसले के बाद ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के  तहखाना में गुरुवार से सुविधि पूजा पाठ शुरू हो चुकी है l वही वाराणसी की ज्ञानवापी अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी ने ज्ञानवापी परिसर के भीतर व्यास जी के तहखाना में हिंदू श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना की अनुमति देने के वाराणसी के जिला अदालत के फैसले को चुनौती देने के लिए हाई कोर्ट में जाने का फैसला लिया है l कुछ मुस्लिम संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट जाने का भी फैसला लिया है l सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में वाराणसी के जिला अदालत के आदेश के खिलाफ इंतजामिया कमेटी को हाई कोर्ट जाने को कहा l जिला अदालत ने कहा था कि जिला प्रशासन अगले 7 दिनों के भीतर पूजा - पाठ संबंधित आवश्यक व्यवस्था करें l जिला प्रशासन ने कोर्ट के आदेश को गंभीरता से लेते हुए बृहस्पतिवार से मंदिर के ज्ञानवापी परिसर के तहखाना में सविधि पूजा - पाठ प्रारंभ करा दी l ज्ञानवापी मामले में जिला अदालत के फैसले के बाद जुम्मे की नमाज पर बंदी की अपील के लिए सर्कुलर जारी पत्र में जिला जज वाराणसी के फैसले का जिक्र करने के साथ कौम तक यह भी संदेश पहुंचाया गया है कि ज्ञानवापी में पूजा-पाठ शुरू कर दी गई है l ऐसे में जुम्मे की नमाज की आड़ में शहर एवं देश का माहौल खराब ना हो इस बाबत अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी बनारस के जनरल सेक्रेटरी अब्दुल बातिन नोमानी ने फरमान भी जारी किया l

पंडित प्रसाद दीक्षित ने कहा कि कोर्ट का निर्णय सभी को मान्य होना चाहिए l हमारे मुस्लिम भाई दिल बड़ा करें अथवा कोर्ट का सम्मान करें तो सर्वोत्तम रहेगा l दिल बड़ा करने का अभिप्राय यह है कि जब सर्व विदित है कि तानाशाह औरंगजेब द्वारा भगवान श्री काशी विश्वनाथ जी के मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण किया गया था और इस बात को मस्जिद के दीवाल चीखकर कह भी रहे हैं l ए. स. ई. के रिपोर्ट में अनेक ऐसे चिन्ह भी मिले हैं जो दूध का दूध और पानी का पानी करने में सक्षम है l मेरे अनुसार अब स्वयं मुस्लिम बंधु को आगे आकर सच्चाई का साथ  देना चाहिए l इससे गंगा-जमुना तहजीब को और अधिक बल मिलेगा l क्योंकि यह सभी जानते हैं  कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण हुआ है, जिसे हटाया ही जाएगा l  इसीलिए मैं मुस्लिम बंधुओ से अनुरोध करूंगा कि वे लोग दिल बड़ा करें या माननीय न्यायालय का सम्मान करें l

न्यास परिषद के सदस्य श्री दीक्षित ने बताया कि तलगृह के शुद्धिकरण करने के पश्चात ब्रह्म मुहूर्त में ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाना में पूजन के साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर गर्भगृह के तरह ही पांच प्रहर की आरती प्रारंभ हो चुकी है l अखंड ज्योति भी  प्रज्वलित की गई है l तलगृह में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के गर्भगृह के पुजारी पूजा प्रारंभ कर चुके हैं और यह अनवरत जारी भी रहेगा l जिस प्रकार से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना की जाती है, उसी प्रकार अब ज्ञानवापी तलगृह में भी पूजा-अर्चना निरंतर की जाएगी l भक्तों को दर्शन की अनुमति दे दी गई है और सभी भक्तगण  प्रसन्नचित है l अंत में विद्वान ज्योतिषाचार्य पंडित प्रसाद दीक्षित ने कहा कि हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है l आशा है जल्दी ही पूरा ज्ञानवापी परिसर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद को सौंप दी जाएगी l इस प्रकार असत्य पर सत्य की जीत होगी ।

पंडित प्रसाद दीक्षित,फाइल फोटो

रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

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