नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने बंगाल पुलिस और एनजीओ के साथ मिलकर शनिवार को सीलमपुर इलाके में छापेमारी कर मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए दो नाबालिगों सहित बंगाल की तीन लड़कियों को देह व्यापार के दलदल से मुक्त कराया हैं।
नाबालिग को व्यस्क दिखाने के लिए आरोपितों ने उसका नकली आधार कार्ड बनवाया हुआ था। मानव तस्करी के इस मामले में गिरफ्तार आरोपित पति हसन और पत्नी मंजिला बंगाल और असम से लड़कियां लाकर जीबी रोड पर उनसे देह व्यापार कराते हैं। पहले भी दोनों को मानव तस्करी के मामले में पकड़ा जा चुका है।
पुलिस गिरफ्तार आरोपितों को बंगाल ले गई
इस अभियान में दिल्ली पुलिस, बंगाल पुलिस के साथ ही मिशन मुक्ति फाउंडेशन, रेस्क्यू फाउंडेशन और रेस्क्यू एंड रिलीफ फाउंडेशन शामिल रहें। रविवार को बंगाल पुलिस गिरफ्तार आरोपितों को अपने साथ बंगाल ले गई है। मुक्त कराई गई लड़कियों का चिकित्सा परीक्षण कराया गया है और को आश्रय और अन्य सहायता प्रदान की गई है।
मिशन मुक्ति ने दिल्ली पुलिस के साथ साझा की
बंगाल पुलिस ने 21 मार्च को मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह से संपर्क कर बंगाल के मालदा से एक 14 साल की लड़की के गायब है,जिसे काेई महिला अपने साथ ले गई है। बंगाल पुलिस ने लड़की की लोकेशन जीबी रोड़ पर मिलने की सूचना साझा की थी। जो मिशन मुक्ति ने दिल्ली पुलिस के साथ साझा की।
सूचना के आधार पर जांच में पता चला कि बंगाल पुलिस द्वारा जो कोठा नंबर बताया गया था,उस नंबर का कोठा जीबी रोड पर है ही नहीं। आगे की जांच में यह जानकारी निकल कर आई कि जो महिला लड़की को लेकर आई है वह महिला पहले से ही जीबी रोड के कोठा नंबर 70 में देह व्यापार कराती है। मगर पिछले चार-पांच दिन से वह कोठे पर नहीं आ रही थी।
2021 में भी असम से तस्करी कर लाई गई लड़की
साथ ही जानकारी मिली की आरोपित महिला से 2021 में भी असम से तस्करी कर लाई गई लड़की सीलमपुर इलाके से बरामद की जा चुकी है और मामला सीडब्ल्यूसी में चल रहा है। डीसीपीसीआर के पूर्व सदस्य/बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी-वी) के अध्यक्ष रूप सुदेश विमल से आराेपित तस्कर लगातार संपर्क में था। इस पर रूप सुदेश वर्मा के माध्यम से आरोपितों को मामले के संबंध में बुलवाया गया।
पुलिस ने घर पर छापा मारा
आरोपित पति पत्नी जैसे ही शंकर आश्रम पहुंचे टीम ने दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि लड़की उनके घर सीलमपुर में है। उत्तर पूर्वी जिले के डीसीपी को जानकरी दे मदद मांगी गई और सीलमपुर थाना पुलिस को साथ लेकर घर पर छापा मारा गया। वहां 14 साल की नाबालिग के साथ ही दो अन्य लड़कियां भी मिली जिसमें से एक ने अपनी उम्र 19 साल और दूसरी ने 26 साल बताई।
छह महीने से 70 नंबर कोठे पर देह व्यापार
यहां जानकारी मिली की 26 साल वाली लड़की पिछले छह महीने से 70 नंबर कोठे पर देह व्यापार कर रही है। वहीं जिस लड़की ने अपने उम्र 19 साल बताई संदेश होने पर उससे आधार कार्ड मांगा गया, तो उसमें भी उम्र 19 साल लिखी हुई थी।
संदेह को दूर करने लिए बंगाल पुलिस ने बंगाल में स्थानीय पुलिस से संपर्क किया और स्थानीय पुलिस ने लड़की के स्कूल से उसका एडमिशन फार्म निकलवाया तो उसमें उसकी उम्र 14 साल थी। पूछताछ करने पर लड़की ने बताया कि उसका आधार कार्ड आरोपित ने बनवाया था और कहा था कि जब भी कोई पूछे तो अपनी उम्र 19 साल बताना।
पीड़िता की मां को भी दिल्ली लाया था आरोपित
14 साल की जिस नाबालिग लड़की को तलाशते हुए बंगाल पुलिस दिल्ली पहुंची, उसकी मां को भी आरोपित हसन 2021 में नौकरी लगवाने के नाम पर दिल्ली लाया था। यहां हसन ने उसे कोठा नंबर 70 में सलमा को बेच दिया था। महिला ने आरोप लगाया कि वह उसकी बेटी से भी देह व्यापार करा रहा था। साभार जेएनएन।
फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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