कानपुर। लोक सेवा आयोग ने 16 अप्रैल को upsc cse 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. इसमें कानपुर के एक हेड कांस्टेबल के बेटे ने 296वीं रैंक हासिल की है. इनका नाम विशाल है, जो कि अब IPS बन गए हैं.
विशाल ने अपने कांस्टेबल पिता का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है. अब पिता आईपीएस बेटे को सैल्यूट ठोकेंगे, जो कि एक पिता के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है. आइये आईपीएस विशाल के बारे में विस्तार से जानते हैं.
कौन हैं आईपीएस विशाल
विशाल के पिता फर्रुखाबाद के नीम करोरी के रहने वाले हैं. इनका नाम संजय दुबे है. कांस्टेबल पिता कानपुर के बिल्हौर एसीपी कार्यालय मे तैनात हैं. पिता का ट्रांसफर मार्च 2024 में फिरोजाबाद से कानपुर में हुआ था. परिवार में मां और बहन है. पिता का कहना है कि विशाल बचपन से ही पढ़ाई में तेज रहे हैं. वे शांत और समझदार सोच के हैं. उन्होंने कभी किसी चीज के लिए जिद नहीं की है. वे हमेशा मां-बाप और शिक्षक के आज्ञाकारी रहे हैं. उन्होंने सैनिक स्कूल नैनिताल मिलेट्री स्कूल बेंगलुरु दोनों में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा क्लियर कर लिया था.
सिर्फ सेल्फ स्टडी से बनें आईपीएस
विशाल दिल्ली में रहकर तैयारी कर रहे थे. उन्होंने यूपीएससी की तैयारी सेल्फ के जरिए कंप्लिट की है. उन्होंने नेट जेआरएफ भी क्रैक किया है. वे टाइम को लेकर हमेशा पाबंद रहते थें. उन्होंने पढ़ाई के लिए स्मार्ट स्टडी को फॉलो किया है. उन्होंने नोट्स, न्यूज पेपर, प्रैक्टिस आंसर राइटिंग और एनसीईआरटी किताबों से भरपूर मदद ली है. पढ़ाई कितनी देर तक की जा रही है यह मायने नहीं रखता है बल्कि पढ़ाई कैसी हो रही है यह मायने रखता है. यूपीएससी का सफर तय करने के लिए कड़ी मेहनत और धैर्य की जरूरत होती है. इसके लिए टाइम टेबल के प्रति हॉनेस्ट रहना होगा. वे कहते हैं कि स्टडी के दौरान बेकार की चीजों से दूरी बनाने की जरूरत है. साभार इंडिया.कॉम।
फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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