UPSC परीक्षा में बेटियों ने नाम किया रोशन,ऐश्वर्यम प्रजापति ने 10वीं तो श्रृष्टि मिश्रा को मिला 95 वीं रैंक

UPSC परीक्षा में बेटियों ने नाम किया रोशन,ऐश्वर्यम प्रजापति ने 10वीं तो श्रृष्टि मिश्रा को मिला 95 वीं रैंक

रामनरेश प्रजापति,जौनपुर

सुलतानपुर। यूपीएससी में 10वीं रैंक हासिल करने पर दक्ष फाउंडेशन ने ऐश्वर्यम प्रजापति का किया स्वागत।

प्रथम प्रयास में ही घर पर तैयारी करके  ऐश्वर्यम  प्रजापति ने लिखा सफलता का इतिहास

सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा 2023 में ऐश्वर्यम प्रजापति के ऑल इंडिया में 10 वीं रैंक हासिल करने पर दक्ष फाऊंडेशन सुल्तानपुर(रजि.)के  संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र प्रजापति ने बुधवार को लखनऊ स्थित उनके आवास पर पुष्प गुच्छ भेंट करके स्वागत किया।उन्होंने संगठन की तरफ से पिता राम  कोमल प्रजापति  और परिजनों से मिलकर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।संस्थापक ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रतिभाएं कहीं भी किसी भी परिस्थिति में हो तो वह उभर करके सामने आ ही जाती हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिभाएं किसी भी हालत में दब नहीं सकती।बताया कि प्रजापति समाज का गौरव पूरे देश में बढ़ा है। प्रजापति समाज ही नहीं बल्कि देश के हर युवा के लिए वह प्रेरणा स्रोत हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के लिए संघर्षशील छात्र-छात्राओं के लिए उन्होंने सफलता की मिसाल कायम की। इस सफलता से माता-पिता ही नहीं बल्कि संपूर्ण समाज और प्रदेश का नाम पूरे देश में रोशन हुआ है। अपने विचार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि धन अभाव के चलते कोचिंग संस्थान में  दाखिला लेकर तैयारी न कर पाने वाले छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से  आगे बढ़ने की  प्रेरणा मिलेगी। गौरतलब है कि ऐश्वर्यम कोचिंग इंस्टिट्यूट में  तैयारी करने के बजाए घर पर रहकर तैयारी करके प्रथम प्रयास में ही सफलता का इतिहास लिखने वाली प्रतिभा हैं । उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की महिला सशक्तिकरण की दिशा में हर महिलाएं और बेटियां इस उपलब्धि से प्रेरित होकर राष्ट्र को सशक्त करने का काम करेंगी ।तीन बहनों में वह सबसे बड़ी हैं। पिता सहकारिता विभाग में प्रतिष्ठित पद पर आसीन हैं ।इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारी  इं.राहुल प्रजापति,अखिलेश प्रजापति,इं.शत्रुंजय प्रजापति सहित प्रजापति समाज के अन्य लोग मौजूद रहे।

ऐश्वर्यम प्रजापति,फाइल फोटो 

परिश्रम में किसी प्रकार की कमी न हो तो अवश्य मिलेगी सफलता :सृष्टि मिश्रा

95 वीं रैंक हासिल करके दूसरे प्रयास में  महज 22 वर्ष की उम्र में ही आईपीएस बनीं सृष्टि मिश्रा

सुईथाकला जौनपुर। विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत पिपरौल गांव निवासी आदर्श मिश्रा व बबिता मिश्रा की पुत्री  सृष्टि मिश्रा ने  यूपीएससी परीक्षा 2023 में  महज 22 वर्ष की उम्र में 95वी रैंक हासिल करके क्षेत्र का राष्ट्रीय स्तर पर मान बढ़ाया है। सृष्टि का चयन आईपीएस के पद पर हुआ है।पिता आदर्श मिश्र ब्राजील में विदेश मंत्रालय के भारतीय दूतावास में अवर सचिव  पद पर सेवाएं दे रहे हैं। भारत (दिल्ली हेड क्वार्टर ),दक्षिण अफ्रीका,लेबनान,कंबोडिया , स्विटजरलैंड जैसे देशों में भी वह सेवा दे चुके हैं।माता एक कुशल गृहिणी हैं।शुरुआती और इंटरमीडिएट की पढ़ाई विदेशों में तथा हाई स्कूल दिल्ली से संपन्न हुई।स्नातक दिल्ली विश्वविद्यालय से किया।इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय  में इकोनॉमिक्स से एम.ए. कर रही हैं।दूसरे प्रयास में ही यूपीएससी में सफलता हासिल करने वाली सृष्टि मिश्रा ने सामान्य अध्ययन के लिए कभी किसी कोचिंग इंस्टिट्यूट में दाखिला नहीं लिया इसके लिए उन्होंने घर पर ही अध्ययन किया।जिन प्रतियोगी छात्र-छात्राओं की मानसिकता बिना कोचिंग इंस्टिट्यूट में प्रवेश लिए यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करना मुश्किल है ऐसे मिथक को इन्होंने तोड़ दिया है।यूपीएससी में वैकल्पिक विषय अर्थशास्त्र का डॉ विभास झा सर से ऑनलाइन कोचिंग  की।जीएस स्कोर मॉक टेस्ट का ऑनलाइन अध्ययन किया।

सृष्टि मिश्रा ने  बताया कि आईएएस बनना हमारा लक्ष्य है फिलहाल आईपीएस बन कर राष्ट्र सेवा करना कम नहीं है। आईएएस के लिए हमारा प्रयास जारी है। अपनी सफलता पर उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा और गौरवान्वित महसूस कर रही हूं इसमें बाबा ,माता पिता, परिवार के सदस्यों और सभी लोगों का आशीर्वाद शामिल है।हमारा, माता-पिता और स्वजनों का सपना साकार हुआ। उन्होंने कहा कि अपनी मेहनत और दूसरों के आशीर्वाद पर पूरा भरोसा और विश्वास होना चाहिए। परिश्रम में किसी प्रकार की कमी न हो तो सफलता अवश्य मिलेगी। भाग्य कठिन मेहनत पर निर्भर करता है। उन्होंने अपने पिता को सबसे बड़ा प्रेरणास्रोत और डॉ विभास झा सर को आदर्श शिक्षक बताया। पिताजी ने शुरू से ही हमें सफलता की राह दिखाई कदम कदम पर मार्गदर्शन किया छोटी बहन श्रेया ,मौसी सुनीता पांडेय  की उम्मीदें हकीकत में बदली हैं। सभी शिक्षकों से आज भी जुड़ी हूं जिन्होंने हमेशा हमें आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया है।

पिता आदर्श मिश्र ने इस बड़ी उपलब्धि पर खुशी जाहिर किया है।उन्होंने कहा कि इस सफलता को विनम्रता पूर्वक स्वीकार करना है और सेलिब्रेट करना है।आज से ही समाज और राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्व और पद का ईमानदारी,कर्तव्य,निष्ठा ,समर्पण के साथ  जिम्मेदारियों का बखूबी  निर्वहन करने की वास्तविक जीवन की शुरुआत हो रही है। सभी युवाओं के लिए यह एक प्रोत्साहन का सुनहला अवसर है। उन्होंने बताया कि कठिन परिश्रम समर्पण से ही सफलता हासिल हो सकती है।माता बबिता मिश्रा  कहती हैं कि निश्चित रूप से  यूपीएससी परीक्षा में चयन होगा, ऐसा भरोसा और पूरा विश्वास था जो आज सच साबित हुआ। उन्होंने भविष्य में अच्छा करने, तरक्की और नाम रोशन करने के लिए बधाई दीं। घर पर आकर बधाई देने वालों और फोन पर शुभकामनाएं देने वालों का ताता लगा हुआ है। परिवार के लोगों में जश्न और उत्सव का माहौल है। लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग बधाई दे रहे हैं ।

श्रृष्टि मिश्रा,फाइल फोटो 

रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

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