गाजियाबाद । जिले के केट्रोनिका सिटी थानाक्षेत्र में सोमवार शाम से घर में छिपे पड़ोसी युवक ने देर रात एक विधवा महिला के साथ जबरन दुष्कर्म किया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया।
दुष्कर्म के बाद अत्यधिक रक्तस्राव (हेवी ब्लीडिंग) होने से पीड़िता की हालत बिगड़ने से वह बेहोश हो गई। पड़ोसियों ने एंबुलेंस की मदद से महिला को अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में केस दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। ट्रोनिका सिटी थानाक्षेत्र की एक कॉलोनी में पीड़ित विधवा महिला अपने तीन बच्चों के साथ रहती है। महिला के मुताबिक, पड़ोस में रहने वाला अरुण उसे काफी समय से परेशान कर रहा था। सोमवार रात वह बिजली कटने पर घर के बाहर खड़ी होकर पड़ोसी महिलाओं से बात करने लगी, इसी दौरान अरुण अंधेरे का फायदा उठाकर उसके घर में आकर छिप गया। इसके बाद बिजली आने पर महिला और बच्चे खाना खाकर सो गए। महिला का आरोप है कि देर रात अरुण ने उसे दबोच लिया और उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया।
आरोपी ने महिला के साथ इस कदर हैवानियत दिखाई कि महिला के प्राइवेट पार्ट से अत्यधिक खून बहने से वह बेहोश हो गई। घटना को अंजाम देकर आरोपी उसे धमकी देते हुए वहां से फरार हो गया। पड़ोसियों ने डायल-112 पर सूचना देकर पुलिस को बुलाया, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एसीपी लोनी सूर्यबली मौर्य का कहना है कि महिला की शिकायत पर आरोपी युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है।
पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई नहीं की : आरोपी अरुण महिला को काफी समय से परेशान कर रहा था। इतना ही नहीं, अरुण पहले भी एक युवती से दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है और फिलहाल जमानत पर बाहर है। आरोपी की हरकतों से तंग आकर महिला सोमवार सुबह ट्रोनिका सिटी थाने में शिकायत लेकर पहुंची थी। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करने के बजाय उसे यह कहकर टरका दिया कि आरोपी दोबारा घर आए तो पुलिस को फोन कर देना।
महिला का कहना है कि सोमवार देर रात दुष्कर्म की घटना के बाद डायल-112 पर फोन करने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस कर्मियों ने आरोपी की तलाश करने के बजाय महिला से कहा कि उसे आरोपी को ईंट से मारना चाहिए था। यह कहकर पुलिसकर्मी वहां से चले गए। अधिक ब्लीडिंग से महिला के बेहोश होने के कारण पड़ोसियों ने दोबारा डायल-112 पर फोन किया तो पुलिस कर्मियों ने महिला को अस्पताल भिजवाया।
अलग-अलग नंबरों से फोन करता था आरोपी
महिला का कहना है कि उसके पड़ोस में रहने वाला अरुण कई महीने से उसके पीछे पड़ा था। वह उस पर फोन पर बात करने का दबाव डालता था। आरोपी से परेशान होकर उसने उसका नंबर तक ब्लॉक कर दिया था। आरोप है कि इसके बावजूद अरुण नए-नए नंबरों से उसे फोन कर परेशान करता था और बात नहीं मानने पर अंजाम भुगतने की धमकी देता था।
डीसीपी ग्रामीण विवेक यादव ने कहा, ''महिला की शिकायत पर केस दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। घटनाक्रम में पुलिसकर्मियों द्वारा लापरवाही बरतने के आरोपों की जांच कराई जा रही है। जांच में दोषी मिलने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साभार एचटी।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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