जौनपुर । जिले में एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया. तीन बच्चों के जन्म की सूचना मिलते ही अस्पताल में हलचल मच गई. खास बात रही कि महिला की सामान्य प्रसव के बाद जच्चा व तीनों बच्चे स्वस्थ हैं.
आपको बता दें कि एक ओर जहां प्रायः चिकित्सकों द्वारा महिलाओं का सीजर प्रसव कराना, एक रिवाज बन गया है, वहीं दूसरी ओर पहली बार गर्भधारण करने वाली सिकरारा क्षेत्र की एक महिला ने एक निजी अस्पताल में बिना चीर फाड़ के एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया. प्रसव के बाद जच्चा व तीनों बच्चे(बालक) पूरी तरह स्वस्थ बताए जा रहे हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक, क्षेत्र के हरीगांव ग्राम सभा के शिव लाल पाठक की पत्नी अर्चना पाठक (24) जब पहली बार गर्भ धारण किया, तो तीन महीने तक उसे कोई दिक्कत नहीं हुई. इसके बाद जब उन्हें थोड़ी दिक्कत महसूस हूई, तो फरवरी 24 में वह क्षेत्र के गोनापर स्थित शुभम हॉस्पिटल की महिला व प्रसूति विशेषज्ञ चिकित्सक से मिल कर उनकी निगरानी में ही पूरे नौ माह बिताए. अंततः गुरूवार को उसने सामान्य प्रसव प्रक्रिया में एक के बाद एक तीन बच्चों को जन्म दिया.
यह खबर सुनकर अर्चना के घर पर गीत गवनई प्रारंभ हो गए. तीन बच्चों का अपने तरह का सामान्य प्रसव क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. बच्चे देखने के लिए आसपास के काफी लोग अस्पताल पहुंच रहे थे. इस तरह सफल प्रसव होने पर उक्त दम्पत्ति ने ईश्वर व डॉक्टर को धन्यवाद दिया है.
ब्लड ग्रुप बी निगेटिव होने के कारण प्रसव में दिक्कत आने की थी सम्भावना
शुभम हॉस्पिटल की महिला चिकित्सक डॉ बबिता सिंह ने फोन पर बताया कि महिला अर्चना की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. जांच में ब्लड ग्रुप बी निगेटिव आने तथा गर्भ में तीन बच्चे पलने की सूचना पर वह घबरा गई थी. किसी बड़े नर्सिंग होम में जाकर इलाज कराने में असमर्थता जताने पर उन्होंने उसे दिलासा देते हुए खुद इलाज कर प्रसव कराने का आश्वासन दिया. अंततः ईश्वर की कृपा से उसने तीन बच्चे जने जिनका वजन क्रमशः 1 किलो, 1किलो तथा 1.5 किलो है. प्रसव के बाद महिला व बच्चे पूर्णतःस्वस्थ है. किसी भी असामान्य स्थिति से बचने के लिए उसे नगर के एक बाल रोग विशेषज्ञ के यहां चेकअप के लिए भेज दिया गया है. जहां उसकी स्थिति सामान्य है. साभार न्यूज 18.
फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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