जौनपुर। शाहगंज तहसील क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी रामरूप पाण्डेय को आखिरकार उनकी जमीन जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र के प्रयास से मिल गयी। रामरुप डीएम को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए थे कि फर्जी वसीतयतनामा के आधार पर 8 फरवरी 1996 को भतीजा रामदवर पुत्र जोखन निवासी ग्राम सलेमपुर उनको मृतक दिखाते हुए नामान्तरण आदेश पारित करा लिया।
नामान्तरण आदेश के विरूद्ध न्यायालय तहसीलदार न्यायिक शाहगंज के समक्ष प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी ने प्रार्थनापत्र पर तत्काल कार्यवाई करते हुए तहसीलदार न्यायिक शाहगंज को ग्राम सलेमपुर में उपस्थित होकर फर्जी वसीयत के आधार पर किये गये नामान्तरण आदेश की खुली बैठक आयोजित कर जांच किये जाने के लिए निर्देशित किया। तहसीलदार शाहगंज ने गांव में खुली बैठक किया। बैठक में वर्तमान ग्राम प्रधान, पूर्व प्रधान, जिला पंचायत सदस्य एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित रहें। बैठक में सभी लोगों ने मौके पर उपस्थित रामरूप पुत्र नगेस्सर की पहचान की तथा इनके जीवित होने की पुष्टि की। उसी आधार पर न्यायालय तहसीलदार न्यायिक शाहगंज ने पूर्व पारित नामान्तरण आदेश 8 फरवरी 1996 को निरस्त करते हुए पुन: रामरूप पुत्र नगेस्सर निवासी ग्राम सलेमपुर का नाम दर्ज किया। साभार एचटी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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