आजमगढ़। बेखौफ बदमाशों ने बुधवार दोपहर नगर कोतवाली से दो सौ मीटर दूर पर पत्तल कारोबारी से दिनदहाड़े तीन लाख 92 हजार लूट कर फरार हो गए। वारदात की जानकारी होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
एसपी हेमराज मीणा सहित सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे और छानबीन में जुट गए।
नगर कोतवाली क्षेत्र के पुरानी सब्जी मंडी निवासी चंदन अग्रवाल की पत्तल दोने की दुकान है। बुधवार दोपहर वह तीन लाख 92 हजार रुपये बैंक में जमा करने के लिए निकले। उन्होंने काली पॉलीथिन में पैसे को रखकर उसे जैकेट में रखे हुए थे। जैसे ही वह बड़ा गणेश मंदिर से आगे बढ़े कुछ दूरी पर अचानक दो बाइक से आए बदमाशों ने उनकी बाइक को रोक दी। इसके बाद उनमें एक बदमाश उनकी बाइक पर पीछे बैठ गया और उन्हें लेकर कोलघाट जाने वाली ढलान पर उतर गया। उसने उनके पास रखे पैसे छीन लिए और अपने साथियों के साथ बाइक पर बैठकर कोलघाट की ओर फरार हो गया। चंदन ने घटना की सूचना पुलिस को दी। लूट की सूचना मिलते ही पुलिस के नगर कोतवाली सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। मौके का मुआयना किया। चंदन ने बताया कि उनकी बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने उन्हें कुछ सटाया था। पैसा छीनने के बाद बदमाश ने बाइक की चाभी बगल में स्थित नाले में फेंक दिए और फरार हो गए।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे। घटना स्थल का निरीक्षण किया गया है। वारदात की जांच के लिए टीमें लगा दी गई।
घटना के अनावरण के लिए गठित टीम के सदस्यों के द्वारा घटनास्थल व वादी के घर के आस पास एवं वादी के आने वाले मार्ग पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया तथा उसकी फुटेज एकत्रित की गयी और घटना के सम्भावित समय के सीसीटीवी फुटेज का विस्तृत अवलोकन किया गया । साथ ही दस्तावेजी साक्ष्य एवं वादी के बैंक अकाउण्ट एवं वादी से पूछताछ की गयी । तो वादी ने बताया कि मेरी बहन ने मुझे दो दिसम्बर 2024 को तीन लाख रूपया दिया था । जिसे मैने अपने खाते में 04 दिसम्बर 2024 को 03 लाख रूपए जमा करा दिए थे । मैं आनलाइन ट्रेडिंग करता हूं । जिसमें मैं लगातार रूपया हारता जा रहा था । जिससे मैं मानसिक रूप से काफी परेशान था । पैसे का नुकसाम होने व उसको मैनेज न कर पाने के कारण मैने लूट की घटना की योजना बनायी थी और उसी योजना के आधार पर कार्य करते हुए घटनास्थल पर जाकर मैने फोन करके अपने मित्रों व 112 नम्बर पर काल किया था । मुझसे बड़ी गलती हो गयी । क्षमा कर दें । लगातार ट्रेडिंग में हो रहे नुकसान के कारण मैं मानिसक रूप से परेशान चल रहा था । इसी कारण पैसे को मैनेज करने के लिए मैने दिनांक 18.12.2024 को यह गलत सूचना दी थी । मेरे पास कोई रूपया नहीं था और मैं कोई रूपया लेकर घर से नहीं निकला था । मेरे साथ कोई लूट की घटना नहीं हुई थी । अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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