नई दिल्ली। यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना वैसे तो अपने सौम्य स्वभाव के लिए जाने जाते हैं मगर आज सदन में उनका अलग ही रूप रौद्र रूप देखने को मिला। विधानसभा में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच जबर्दस्त तू-तू, मैं-मैं हुई।
सपा विधायक अतुल प्रधान और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को हस्तक्षेप करना पड़ा। पहले तो अमर्यादित नारेबाजी करने से सतीश महाना ने अतुल प्रधान को रोका मगर जब वो नहीं माने तो विधानसभा अध्यक्ष को गुस्सा आ गया। उन्होंने मार्शलों से कहा कि अतुल प्रधान को उठाकर बाहर फेंक दो। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने अतुल प्रधान पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया।
दरअसल सपा विधायक अतुल प्रधान प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं, अस्पताल और दवाइयों के मुद्दे पर सरकार पर दोषारोपण कर रहे थे। जब उनकी बात का जवाब देने के लिए डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक खड़े हुए तो अतुल प्रधान समेत अन्य विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने हस्तक्षेप किया और अतुल प्रधान से अमर्यादित नारेबाजी बंद करने को कहा मगर अतुल प्रधान नहीं माने। तब सुरेश खन्ना ने सदन के अध्यक्ष सतीश महाना की ओर रुख किया।
सतीश महाना के समझाने के बावजूद जब अतुल प्रधान नारेबाजी करते रहे तो स्पीकर ने कहा इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। महाना ने प्रधान से कहा, मैं पहले कह चुका हूं कि अगर कोई मंत्री गलत जानकारी देते हैं तो उनको कार्यवाही से निकाला जाएगा। फिर भी आप इस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। महाना ने चेतावनी देते हुए कहा, प्रिविलेज के अंतर्गत मैं आपकी सदस्यता खत्म करा दूंगा। आप क्या बात करते हैं फिर उन्होंने मार्शलों से कहा, अतुल प्रधान को उठा कर बाहर फेंक दीजिए। इसके बाद सदन की कार्यवाही को कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया गया। साभार एनआरपी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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