प्रयागराज। हमार बाऊ जी के खोज दा हो भैया मौनी अमावस्या के दिन से ही न मिलत हवें। जे खोजी ओकरा के 10 हजार इनाम भी देब। यह कहते हुए जौनपुर जिले के बदलापुर थाने के रायपुर निवासी राज बहादुर यादव की आंखें भीग गईं।
वह अपने पिता अभयराज यादव (65) की तलाश में 29 जनवरी से भूले-भटके शिविर और खोया-पाया केंद्रों के चक्कर लगा रहे हैं। शनिवार को उन्होंने मोर्चरी के बाहर पोस्टर लगाकर पिता की तलाश शुरू की और इनाम देने की बात की। इनके जैसे तमाम लोग अपनों की खोज में इधर-उधर भटक रहे हैं।
संगम घाट पर मौनी अमावस्या पर हुए हादसे में सैकड़ों श्रद्धालुओं के लापता होने बात भी सामने आ रही है। जिनकी तलाश में उनके परिजन इधर-उधर भटक रहे हैं। लेकिन, कोई पुख्ता जानकारी न मिलने की वजह से उन्हें सिर्फ निराशा ही हाथ लग रही है। अब वह अपनों को तलाशने के लिए पोस्टर लगा रहे हैं। इसमें नाम, पता और फोटो के साथ फोन नंबर भी दिया। साथ ही खोजने वाले को इनाम देने की भी बात लिखी गई है।
मेडिकल काॅलेज में भी कई पोस्टर चस्पा
शनिवार को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी के बाहर पांच लापता लोगों के पोस्टर लगाए गए हैं। इनमें से पहला नाम जौनपुर के रायपुर गांव निवासी अभय राज यादव (65) का है। पोस्टर में लिखा है कि मौनी स्नान के दिन सुबह चार बजे सेक्टर नंबर-तीन से वह लापता हो गए थे। जानकारी देने वाले को पांच हजार और घर तक छोड़ने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।
वहीं, पोस्टर में दूसरा नाम बिहार के गया जिले के खिदर सराय थाने के खुदाई गांव निवासी फूल कुमारी देवी (44), तीसरा नाम बिहार के जमुई जिले के केवाली गांव निवासी मनोज सिंह (50), चौथा और पांचवां नाम बिहार के समस्तीपुर के हसनपुर कसिया की मीना देवी (55) और सीता देवी (69) का है। इनके अलावा तमाम लोग अपनों की तलाश में मेला क्षेत्र में आज भी भटक रहे हैं। साभार ए यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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