जयपुर। आप दो लाइन भी सही से नहीं लिख सकते। क्या वह सब-इंस्पेक्टर है? उनका नाम भी मेरिट लिस्ट में था। धोखाधड़ी के आरोप में एक महिला सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया। आरोपी सब-इंस्पेक्टर ने भर्ती परीक्षा में हिंदी विषय में 200 में से 184 अंक हासिल किए थे।
इस बीच, 20-पंक्ति वाले आवेदन पत्र में 13 वर्तनी संबंधी त्रुटियाँ हैं!
यही संदेह है। फिर जांच होती है और तब रहस्य उजागर होता है।
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने 2021 एसआई भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक और धोखाधड़ी मामले में एक महिला सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति का नाम मनिका जाट है। सुल्तानपुर निवासी एसआई ने भर्ती परीक्षा में मेरिट सूची में 34वां स्थान हासिल किया था।
जांच में पता चला कि आरोपी महिला सब-इंस्पेक्टर ने ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए परीक्षा में नकल की थी। उसके कानों में ब्लूटूथ हेडफोन लगे हुए थे। मनिका ने अपनी परीक्षा नोटबुक में लिखा कि धोखेबाज दूसरी तरफ से क्या कह रहा था। उसने उनसे 15 लाख रुपए ठग लिए। जब उनका साक्षात्कार हुआ तो उन्हें केवल 15 अंक मिले।
जब मनिका ने झुंझुनू पुलिस लाइन्स में शामिल होने के लिए आवेदन लिखा, तो उसने 20 लाइनें लिखीं, जिनमें से 13 में हिंदी के शब्द गलत थे। पुलिस अधिकारी को तुरन्त संदेह हो गया कि इस अभ्यर्थी को इतने अधिक अंक कैसे मिले। फिर पूछताछ के दौरान राज खुल गया।
यह ज्ञात है कि काली नामक एक व्यक्ति ने मनिका को उसका रूप धारण करने में मदद की थी। उसने परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कर दिया। उन्होंने सभी उत्तर ब्लूटूथ पर दिये। मनिका ने परीक्षा में हिंदी में 200 में से 184 अंक प्राप्त किये। उन्होंने सामान्य ज्ञान में 200 में से 161 अंक प्राप्त किये। मोनिका जाट ने लिखित परीक्षा में अच्छे अंकों के कारण मेरिट सूची में 34वां स्थान प्राप्त किया।
पुलिस ने धोखाधड़ी गिरोह के मुखिया पूरव कलीर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच, गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद से ही मनिका जाट फरार है। हालांकि वह मेडिकल अवकाश पर थे, लेकिन वह कोई मेडिकल प्रमाण पत्र नहीं दिखा सके। अंततः एसओजी मुख्यालय में पूछताछ के बाद आरोपी मनिका जाट को गिरफ्तार कर लिया गया। साभार इक झलक इंडिया।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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