स्कूल में निकलें सांप ने छोड़ी मणि, लोगों ने नागमणि होने का किया दावा, आइए जानते है पूरी खबर विस्तार से

स्कूल में निकलें सांप ने छोड़ी मणि, लोगों ने नागमणि होने का किया दावा, आइए जानते है पूरी खबर विस्तार से

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर के साहेबगंज स्कूल में कथित तौर पर विषैले गेहूमन सांप की छोड़ी एक क्रिस्टलनुमा चीज मिली है. जिसे लेकर वहां सनसनी है. ये प्लास्टिक जैसी है. इसे नागमणि माना जा रहा है. क्या वाकई नागमणि होती है. सांप अक्सर कौन सी क्रिस्टलनुमा चीज छोड़ते हैं.

नागमणि या “सांप की मणि” एक पौराणिक और लोककथा में प्रचलित अवधारणा है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसका कोई अस्तित्व नहीं है. साइंस साफ कहती है कि सांपों के शरीर में ऐसा कोई रत्न या मणि नहीं पायी जाती. कई बार ऐसी मणि मिलने का दावा किया गया लेकिन जब जांच की गई तो वो मणि नहीं निकली.

अलबत्ता सांप क्रिस्टल या शीशे या क्रिस्टल सरीखे लगने वाले छोटे कण या टुकड़े छोड़ते हैं, जिसे मणि मान लिया जाता है. जानते हैं कि सांप क्या शीशेनुमा चीजें छोड़ते हैं.

सांप क्या छोड़ते हैं जिन्हें मणि समझ लेते हैं
कुछ सांपों जैसे कोबरा के सिर पर चमकदार या गोलाकार शल्क होते हैं, जो कभी-कभी रत्न जैसे दिख सकते हैं. कुछ मामलों में सांप के पेट में पाई जाने वाली पथरी (कैल्सिफाइड मास) को गलती से “मणि” समझ लिया जाता है.

पुराणों में सांपों को रहस्यमयी शक्तियों को बताया जाता था
भारतीय पुराणों और कथाओं में नाग मणि की कई कहानियां हैं, जिनमें अलौकिक शक्तियां होती हैं. इसी वजह से सांपों को रहस्यमय शक्तियों वाला बताने जाने की लोककथाएं हैं. इसे लेकर बहुत सी मान्यताएं हैं. कुछ लोगों का मानना है कि नागमणि से चमत्कारिक उपचार या धन प्राप्ति हो सकती है, जिसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है.

क्या सांपों में रत्न पैदा करने की क्षमता होती है
अक्सर ठग लोगों को “नागमणि” बेचकर उन्हें ठगते हैं. यह कांच या प्लास्टिक का बना होता है, जिसे सांप के सिर पर चिपका दिया जाता है. वैज्ञानिक तथ्य यही है सांप किसी भी प्रकार की मणि नहीं बनाते या अपने पास नहीं रखते. उनके शरीर की संरचना में हीरा, मोती या कोई अन्य रत्न पैदा करने की क्षमता नहीं होती. तो सांप कौन सी शीशे या चमकती हुई चीजें कभी कभी छोड़ देते हैं.

तो कौन से कांच जैसे कण छोड़ते हैं सांप
सांप कई बार चलते समय कांच जैसे कुछ कण छोड़ जाते हैं, ये क्या है. सांपों द्वारा छोड़े गए चमकदार, कांच जैसे कण आमतौर पर उनके शल्क यानि ऊपरी त्वचा के अवशेष या शरीर से निकलने वाले प्रोटीनयुक्त पदार्थ होते हैं. ये पूरी तरह से प्राकृतिक है. इसके पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण हैं.

सांप नियमित रूप से केंचुली उतारते हैं. इस प्रक्रिया में उनकी पुरानी त्वचा के छोटे-छोटे टुकड़े या चमकदार शल्क गिर सकते हैं, जो कांच जैसे दिखते हैं. ये शल्क केराटिन नामक प्रोटीन से बने होते हैं, जो मनुष्य के नाखूनों और बालों में भी पाया जाता है. इनकी चमकदार सतह प्रकाश में कांच जैसी लग सकती है.

सांप की ये चीज भी क्रिस्टल जैसी दिखती है
सांपों की त्वचा में एक चमकदार परत होती है, जो प्रकाश को परावर्तित करती है. जब यह परत टूटकर गिरती है, तो उसके छोटे कण क्रिस्टल जैसे दिखाई दे सकते हैं. सांप यूरिक एसिड के रूप में मूत्र त्यागते हैं, जो सफेद, क्रिस्टलीय पदार्थ जैसा दिखता है. यह कभी-कभी छोटे चमकदार कणों के रूप में नजर आ सकता है.

सांप के इस पदार्थ को भी नागमणि समझ लिया जाता है
कुछ सांपों की त्वचा से प्रोटीनयुक्त बलगम निकलता है, जो सूखने पर पारदर्शी या चमकदार हो सकता है. कुछ लोग इन्हें गलती से “नागमणि का अंश” समझ लेते हैं, जो एक भ्रम है. आज तक दुनिया में नागमणि जैसी किसी वास्तविक वस्तु का वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है. मध्यकालीन यूरोप में भी “सर्पमणि” की अफवाहें थीं, जिसे जहर निष्क्रिय करने वाला माना जाता था.

जब नागमणि बताकर बेची गई चीजें नकली पाई गईं
कई बार “नागमणि” के नाम पर बेचे गए पदार्थों की जांच की गई, जो कांच, प्लास्टिक या जानवरों के अंगों से बने पाए गए. 2015 में IIT-BHU के वैज्ञानिकों ने एक “नागमणि” की जांच की, जो कैल्शियम कार्बोनेट (साधारण पत्थर) निकली. ठग अक्सर कृत्रिम रत्न को सांप के सिर पर चिपका देते हैं और उसे “नागमणि” बताकर लाखों रुपये में बेचते हैं. 2018 में मध्य प्रदेश में एक मामला सामने आया जहाँ एक व्यक्ति ने “नागमणि” के नाम पर 2 करोड़ रुपये ठगे. साभार न्यूज 18.

फाइल फोटो 

रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

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