हरदोई। शाहाबाद में एक व्यक्ति ने ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान मोहल्ला हत्था हकीमजी निवासी सर्वेश उर्फ लाली के रूप में हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सर्वेश की पत्नी बुधवार को इलाके के ही दूसरे समुदाय के एक युवक के साथ घर से भाग गई थी।
यह दूसरी बार था जब वह अपने प्रेमी के साथ घर से भागी थी।
पत्नी ने फोन पर कहा- ज़हर खा लो, मुझे कोई फ़र्क़ नहीं
जब सर्वेश ने अपनी पत्नी से फोन पर इस बारे में पूछा, तो उसने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "ज़हर खा लो, मुझे कोई फ़र्क़ नहीं।" इससे दुखी होकर सर्वेश ने ज़हर खा लिया। परिजन उसे गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहाबाद ले गए। वहाँ से डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
महिला पहले भी अपने प्रेमी के साथ भाग चुकी थी
मृतक सर्वेश नवीन गल्ला मंडी में पल्लेदारी का काम करके अपने चार बच्चों और परिवार का पालन-पोषण कर रहा था। परिजनों ने बताया कि कुछ महीने पहले भी उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। लेकिन बाद में वह वापस आ गई। इसके बाद सर्वेश ने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी पत्नी को माफ़ कर दिया। लेकिन बुधवार को उसकी पत्नी फिर से उसी प्रेमी के साथ चली गई। इससे सर्वेश मानसिक रूप से टूट गया। सूचना मिलते ही तहसील प्रशासन के अधिकारी अस्पताल पहुँचे और मृतका का बयान दर्ज किया। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
प्रेमिका को लेकर पति-पत्नी में झगड़ा चल रहा था
बताया जा रहा है कि सर्वेश अपनी पत्नी रिंकी और चार बच्चों के साथ शाहबाद के मोहल्ला हाता हकीम जी में रहता था। सर्वेश और उसकी पत्नी के प्रेमी हकीम का घर एक ही इलाके में है। हकीम भी मजदूरी करता है और उसके चार बच्चे हैं। बताया जा रहा है कि सर्वेश की पत्नी रिंकी चार साल से हकीम के संपर्क में थी। दोनों फोन पर बातें करते थे, जिसका पति और बच्चे विरोध करते थे। सर्वेश की पत्नी रिंकी हाल ही में हकीम के साथ शाहजहाँपुर गई है और हकीम का परिवार घर पर ताला लगाकर फरार हो गया है।
सर्वेश ने चार दिन से कुछ नहीं खाया था
बेटी के मुताबिक, सर्वेश और उसकी पत्नी रिंकी के बीच रोज़ाना झगड़ा होता था। एक बार रिंकी हकीम के साथ भाग गई थी। सर्वेश ने उसे घर पर रखा, लेकिन वह फिर से हकीम के संपर्क में आ गई और फ़ोन पर बातें करने लगी, जिससे रोज़ाना झगड़े होने लगे। बच्चों के मुताबिक, उनके पिता सर्वेश ने चार दिन से कुछ नहीं खाया था। बेटी के मुताबिक, माँ ने पिता से कहा था कि ज़हर खा लो, मर जाओ, हम क्या करें, पुलिस हमारा और हकीम का कुछ नहीं कर पाएगी। साभार एसएन।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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