मुंबई। मुंबई के आरे कॉलोनी से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने रिश्तों की मर्यादा को झकझोर कर रख दिया है। एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की निर्मम हत्या की साजिश रच डाली।
इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा तब हुआ जब मृतक की मासूम बेटियों ने पुलिस को सच्चाई बताई।
प्रेम-प्रसंग बना हत्या की वजह जानकारी के अनुसार, 35 वर्षीय राजश्री अहिरे का अपने पति भरत लक्ष्मण अहिरे के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा था। राजश्री का संबंध चंद्रशेखर नाम के युवक से था। जब पति भरत को इस रिश्ते की भनक लगी और उसने सवाल उठाए, तो राजश्री ने उस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। इसके बाद राजश्री और चंद्रशेखर ने मिलकर भरत को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
बहाने से बुलाया, फिर मारपीट 15 जुलाई की रात चंद्रशेखर ने भरत को गोरेगांव पूर्व की एक लोकेशन पर बुलाया। साथ में उसका साथी रंगा भी था। वहां पहुंचते ही दोनों ने भरत पर हमला कर दिया। चंद्रशेखर ने बेरहमी से भरत को पीटा जबकि रंगा उसे पकड़कर पीछे से दबोचे रहा। इस हमले के दौरान राजश्री भी मौके पर मौजूद थी, लेकिन उसने न मदद मांगी और न ही रोका।
अस्पताल नहीं, घर में रखा घायल पति घायल हालत में पति को अस्पताल ले जाने के बजाय राजश्री उसे अपने घर ले गई और तीन दिन तक इलाज के बिना तड़पने के लिए छोड़ दिया। भरत की हालत लगातार बिगड़ती गई, लेकिन पत्नी ने कोई मेडिकल मदद नहीं ली।
बेटियों की जागरूकता बनी सबूत पति-पत्नी की दो बेटियां (13 और 5 साल) और एक 3 साल का बेटा भी इस पूरे घटनाक्रम के गवाह बने। बड़ी बेटी ने जब अपने पिता की हालत बिगड़ती देखी, तो उसने रिश्तेदारों को सूचना दी। वहां पहुंचने पर राजश्री ने दावा किया कि भरत बाइक हादसे में घायल हुआ है। इसी बयान को अस्पताल में भी दोहराया गया, लेकिन पुलिस को इसमें गड़बड़ी नजर आई। च्ची के बयान से पुलिस को सच्चाई का आभास हुआ। जब अधिकारियों ने बेटी से अलग से बातचीत की, तो उसने बताया कि किस तरह उसकी आंखों के सामने उसके पिता को पीटा गया और उसकी मां मूकदर्शक बनी खड़ी रही। आखिरकार 5 अगस्त को भरत की मौत हो गई।
पत्नी गिरफ्तार, दो आरोपी अब भी फरार राजश्री को हत्या की साजिश और अपने पति को जानबूझकर मरने देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि चंद्रशेखर और उसका साथी रंगा अभी भी फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश में जुटी है। साभार पीके।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
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