उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशक शिक्षकों ने सरकार पर तानाशाही रवैया का लगाया आरोप

उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशक शिक्षकों ने सरकार पर तानाशाही रवैया का लगाया आरोप

आजमगढ़। उत्तर भारत सरकार की ओर से संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशक शिक्षकों ने सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जाहिर की है। मंगलवार को अनुदेशक शिक्षक संघ रानी की सराय की बैठक ब्लॉक अध्यक्ष अमरजीत यादव की अध्यक्षता में हुई।

जिसमें शिक्षकों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में अमरजीत यादव ने कहा कि सरकार ने अनुदेशक शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय देने का वादा कई बार किया, लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 25 मई से 21 दिवसीय समर कैंप का आयोजन किया गया था, जिसमें अनुदेशक शिक्षकों एवं शिक्षा मित्रों को जिम्मेदारी दी गई थी और कैंप समाप्त होते ही भुगतान का आश्वासन दिया गया था। लेकिन भुगतान नहीं हुआ है। मिथिलेश यादव ने कहा कि नौ हजार रुपये के अल्प मानदेय में अनुदेशक शिक्षकों से बंधुआ मजदूरों की तरह काम लिया जा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि इस स्थिति में वे आर्थिक, मानसिक और सामाजिक प्रताड़ना झेल रहे हैं और कई शिक्षक नौकरी छोड़ने पर विवश हैं। साभार ए यू।

फाइल फोटो 

रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

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