Viral Video: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने लोगों के बीच बहस छेड़ दी है। इस वीडियो में एक महिला और एक पुरुष एक लड़की को सरेआम थप्पड़ मारते हुए दिखाई दे रहे हैं।
दावा किया जा रहा है कि यह लड़की स्कूल से बंक मारकर रोज घूमने जाती थी, और जब उसके माता-पिता को इस बात का पता चला, तो उन्होंने सार्वजनिक रूप से उसकी पिटाई की। यह घटना अनुशासन, पारिवारिक मूल्यों और बच्चों के साथ व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
मां का गुस्सा: बेटी को रंगे हाथ पकड़ा
वायरल वीडियो में दावा किया गया है कि लड़की के माता-पिता कई दिनों से उस पर नजर रख रहे थे। जैसे ही लड़की स्कूल जाने के बहाने घर से निकली, उसकी मां ने उसे रास्ते में रोक लिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि मां गुस्से में अपनी बेटी को कई थप्पड़ मार रही है, जबकि पास में खड़ा एक पुरुष भी उसे डांट रहा है। यह घटना खुलेआम सड़क पर हुई, जहां आसपास मौजूद लोग भी इस दृश्य को देखते रहे।
सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है कि लड़की पढ़ाई और स्कूल के बहाने अपने माता-पिता को धोखा दे रही थी, जिससे मां का गुस्सा फूट पड़ा। यह वीडियो किसी राहगीर द्वारा रिकॉर्ड कर लिया गया और जल्द ही इंटरनेट पर वायरल हो गया, जिसके बाद लोगों ने इस पर अपनी-अपनी राय देना शुरू कर दिया।
अनुशासन बनाम हिंसक व्यवहार: यूजर्स की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं
वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स दो खेमों में बंट गए हैं। एक तरफ, कुछ लोग माता-पिता के इस कदम को सही ठहरा रहे हैं। उनका मानना है कि बच्चों को अनुशासन सिखाना बेहद जरूरी है, खासकर जब वे गलत रास्ते पर जा रहे हों। इन यूजर्स का तर्क है कि माता-पिता को अपने बच्चों पर नजर रखनी चाहिए ताकि वे कोई गलत कदम न उठाएं। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि इस तरह की सख्ती बच्चों को भविष्य में गलती करने से रोकती है।
वहीं, दूसरी ओर, कई यूजर्स ने माता-पिता के इस हिंसक व्यवहार की आलोचना की है। इन लोगों का कहना है कि सार्वजनिक रूप से पिटाई करने से बच्चे की मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है। उनका तर्क है कि माता-पिता को अपने बच्चों से मारपीट करने की बजाय, उनसे बातचीत करनी चाहिए और उन्हें प्यार से समझाना चाहिए। कुछ यूजर्स ने यह भी कहा कि पिटाई से बच्चे और ज्यादा जिद्दी या विद्रोही बन सकते हैं, जिससे समस्या और भी बढ़ सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों को अनुशासन सिखाने के लिए हिंसा सही तरीका नहीं है। बाल मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, पिटाई से बच्चों के मन में डर, हीन भावना और गुस्सा पैदा हो सकता है। इससे उनके और माता-पिता के बीच का रिश्ता कमजोर हो सकता है। उनका मानना है कि माता-पिता को अपने बच्चों के साथ एक खुला और ईमानदार संवाद स्थापित करना चाहिए। बच्चों को उनकी समस्याओं और चिंताओं को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, और उन्हें यह भरोसा दिलाना चाहिए कि वे हर स्थिति में अपने माता-पिता पर भरोसा कर सकते हैं।
यह घटना न सिर्फ एक परिवार की कहानी है, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक मुद्दे को दर्शाती है कि बच्चों के साथ कैसा व्यवहार किया जाना चाहिए। वायरल वीडियो ने इस बात पर फिर से बहस छेड़ दी है कि क्या अनुशासन के लिए शारीरिक दंड उचित है या नहीं। साभार एसएन।
देखें वीडियो 👇
https://x.com/thenewsbasket/status/1970474236927217723?s=19
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| फाइल फोटो | 
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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