दुर्ग। थाना मोहन नगर पुलिस ने नाबालिग लड़की को जबरदस्ती देहव्यापार में धकेलने के आरोप में दो महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने पीड़िता के निशानदेही पर आरोपियों को गिरफ्तार किया और न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
मामले का प्रारंभिक विवरण
जानकारी के अनुसार, पीड़िता, जो जिला अनुपपुर, मध्यप्रदेश की रहने वाली है, ने थाना मोहन नगर में लिखित आवेदन देकर बताया कि वह नवरात्रि में मैंहर घुमने के लिए घर से निकली थी। मेला खत्म होने के बाद कटनी स्टेशन पर यात्री प्रतिक्षालय में उसकी मुलाकात प्रीति नाम की महिला से हुई। प्रीति ने पीड़िता को अपने साथ काम कराने और नौकरी दिलाने के बहाने दुर्ग लेकर आई। आरोप है कि आरोपी महिला ने पीड़िता के आपत्तिजनक फोटो खींचकर उन्हें दूसरों को भेजा और उसे घर पर बंधक बनाकर अवैध संबंध स्थापित करने के लिए मजबूर किया। पीड़िता के विरोध करने पर आरोपी महिला ने उस पर जबरदस्ती दबाव बनाना जारी रखा। पीड़िता ने बंद कमरे से खुद को छुड़ाकर थाना मोहन नगर पहुंचकर घटना की जानकारी दी।
कानूनी कार्रवाई और FIR
थाना मोहन नगर पुलिस ने मामले में धारा 137(2), 98, 64(2), 115(2), 3(5) बीएनएस, 4, 6 पाक्सो एक्ट, 3, 4, 5, 7 अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया और विवेचना शुरू की। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई, जिसने पीड़िता के निशानदेही पर आरोपियों की घेराबंदी की।
गिरफ्तारी और पूछताछ
विशेष टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ की गई, जिसमें दोनों ने अपराध करने की बात स्वीकार की। पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार किया और उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
गिरफ्तार आरोपी महिला हैं:
प्रीति बेसरा, उम्र 22 वर्ष, निवासी दल्लीराजहरा, वर्तमान निवास उरला, थाना मोहन नगर।
सीमा सोनी, उम्र 47 वर्ष, निवासी उरला, थाना मोहन नगर।
पीड़िता की सुरक्षा और मानसिक समर्थन
थाना मोहन नगर पुलिस ने पीड़िता को सुरक्षित स्थान पर रखा और उसके मानसिक व कानूनी समर्थन की व्यवस्था की। पुलिस ने कहा कि पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में किसी भी प्रकार के शोषण से बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
विशेष टीम और वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका
इस पूरे मामले में थाना मोहन नगर की टीम के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन भी महत्वपूर्ण रहा। टीम ने निशानदेही और ठोस साक्ष्यों के आधार पर तेजी से कार्रवाई की। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से अवैध गतिविधियों से संबंधित प्रमाण भी बरामद किए गए हैं।
कानूनी और सामाजिक संदेश
यह गिरफ्तारी नाबालिग के शोषण और अवैध देहव्यापार के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्यवाही का संदेश देती है। थाना मोहन नगर पुलिस ने कहा कि जिला पुलिस बच्चों और नाबालिगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में किसी भी समझौते से पीछे नहीं हटेगी। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि नाबालिगों और महिलाओं के साथ होने वाले शोषण पर पुलिस त्वरित कार्रवाई कर रही है, और आरोपियों को सख्त कानून के तहत दंडित किया जाएगा। साभार जेएसआर।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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