बॉलीवुड। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता Dharmendra के निधन ने पूरे फिल्म इंडस्ट्री और फैंस को गहरे सदमे में डाल दिया है। हमेशा चर्चा में रहने वाले अभिनेता अपने पीछे लगभग 450 करोड़ रुपये की भारी-भरकम संपत्ति छोड़ गए हैं।
उनकी प्रॉपर्टी में मुंबई का आलीशान बंगला, खंडाला और लोनावला के शानदार फार्महाउस, और उनके मशहूर रेस्टोरेंट चेन Garam Dharam में निवेश शामिल है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर उनकी इस विशाल संपत्ति का असली वारिस कौन होगा और 6 बच्चों में इसका बंटवारा कैसे होगा?
धर्मेंद्र का परिवार में कौन हैं वारिस?
धर्मेंद्र ने अपनी ज़िंदगी में दो शादियां की थीं। पहली शादी प्रकाश कौर से हुई, जिनसे उनके चार बच्चे सनी देओल, बॉबी देओल, अजीता देओल और विजेता देओल हैं। दूसरी शादी उन्होंने हेमा मालिनी से की, और इस रिश्ते से उनकी दो बेटियां ईशा देओल और अहाना देओल हुईं। इस तरह कुल मिलाकर धर्मेंद्र के छह बच्चे हैं, और कानूनी रूप से इन्हीं छह संतानों के बीच उनकी संपत्ति का बंटवारा होने की सबसे अधिक संभावना मानी जा रही है।
कानूनी रूप से संपत्ति का बंटवारा कैसे होगा?
दिल्ली हाई कोर्ट के वकील कमलेश कुमार मिश्रा के अनुसार बंटवारा इस प्रकार हो सकता है।
सभी 6 बच्चे होंगे कानूनी वारिस
रेवनसिद्दप्पा बनाम मल्लिकार्जुन (2023) के सुप्रीम कोर्ट फैसले के अनुसार भले ही दूसरी शादी हिंदू मैरिज एक्ट के तहत वैध न मानी जाए, लेकिन उस शादी से हुए बच्चे पूरी तरह वैध माने जाते हैं। इसलिए सभी 6 बच्चों को बराबर हक मिलेगा।
हक केवल "Self-acquired" संपत्ति पर
धर्मेंद्र की 'Self-acquired' यानी खुद अर्जित की गई संपत्ति पर ही उनके बच्चों का कानूनी हक बनता है। इसमें मुंबई का आलीशान बंगला, खंडाला और लोनावला के फार्महाउस, उनके विभिन्न व्यवसायों में किया गया निवेश और बैंक बैलेंस शामिल हैं। कानून के अनुसार, इस पूरी स्वयं अर्जित संपत्ति पर उनके सभी छह बच्चों का बराबर अधिकार होगा।
पैतृक संपत्ति का नियम
पैतृक संपत्ति के मामले में नियम थोड़ा अलग होता है। यदि धर्मेंद्र के पास पैतृक संपत्ति का कोई हिस्सा था, तो कानून के अनुसार वही हिस्सा उनके वैध वारिसों के बीच बराबर बांटा जाएगा। यानी पैतृक हिस्से पर भी सभी छह बच्चों का समान अधिकार बनेगा।
किसे नहीं मिलेगा हिस्सा?
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार Hema Malini को सीधा हिस्सा नहीं मिलेगा, क्योंकि हिंदू मैरिज एक्ट के तहत यह शादी वैध नहीं मानी जाती है। लेकिन उनकी बेटियों को बराबर का अधिकार रहेगा।Dharmendra की 450 करोड़ की संपत्ति का अधिकार सिर्फ उनके 6 बच्चों को मिलेगा, और सभी को समान हिस्सा मिलने की पूरी संभावना है। कानूनी रूप से यह बंटवारा बिल्कुल स्पष्ट है। बच्चे वैध हैं, और अधिकार बराबर मिलेगा। साभार पीके।
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| फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

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