जौनपुर। आज दिनांक 26 नवंबर को अखिल भारतीय दवा प्रतिनिधियों का संगठन एफ.एम.आर.ए.आई. के आवाहन पर आज जौनपुर जिले के सभी दवा प्रतिनिधियों ने अखिल भारतीय विरोध दिवस चार श्रम संहिताओं के खिलाफ मनाया । जिसमें दवा प्रतिनिधियों ने कृषि भवन से एक बाइक रैली के रूप में कचहरी तक अपने मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए कचहरी में धरना स्तर पर इकट्ठा हुए एवं एक नुक्कड़ सभा किया तथा एक जुलूस के रूप में जिला अधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर माननीय प्रधानमंत्री को द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन दिया । जिसमें दावा प्रतिनिधियों ने माननीय प्रधानमंत्री जी से यह मांग किया की चार श्रम सही संहिताओं को तुरंत निरस्त करें और हमारे सेल्स प्रमोशन इंप्लाइज एक्ट 1976 जैसे था उसको उसी रूप में जारी रखें।
यू.पी.एम.एस.आर.ए. के राज्य सहसचिव साथी राजेश रावत ने बताया कि यह सरकार उस बिल को लाई है जिस बिल के विरोध में भगत सिंह ने पार्लियामेंट में गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए बम फेंका था । आज इस कानून को वे वर्किंग क्लास पर लागू कर रही है ।
इकाई सचिव साथी अजय चौरसिया ने इस कानून को लग जाने के बाद श्रमिकों की हालत एक बंधुवा मजदूर की तरह हो जाएगी और ठेका प्रथा पर सारे लोग हो जाएंगे ।
इकाई अध्यक्ष साथी मनोज सिंह ने बताया कि हम इस काले कानून को किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं करेंगे चाहे इसके लिए हमें सड़क से लेकर संसद तक क्यों ना मार्च करना पड़े ।
आज की रैली में 150 से ऊपर साथियों ने शिरकत किया जिसमें मुख्य रूप से अच्युत दुबे, अनिल मिश्रा, अजय सिंह, अमित रंजन श्रीवास्तव, रवि सिंह, विशाल साहू, मुकेश मौर्य, अजीत मौर्य, अनूप श्रीवास्तव, अमित सिंह, सुनील चौधरी, अरुण सिंह, बलवंत सिंह, अभिषेक सिंह,सुनील प्रजापति ,अखिलेश यादव, कमलेश यादव, अंकित मौर्य, आरजू चौबे इत्यादि साथियों की विरोध दिवस में महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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| फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

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