रामनरेश प्रजापति,जौनपुर
जौनपुर। मछलीशहर की सपा विधायक डॉ रागनी सोनकर ने सोमवार को सदन में वंदे मातरम की चर्चा में हिस्सा लिया। देश की आजादी में बलिदान देने वाले बलिदानियों के योगदान को याद किया। विधायक ने वर्तमान भाजपा की प्रदेश सरकार की गलत नीतियों को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया।
विधानसभा में मछलीशहर की सपा विधायक डॉ रागिनी सोनकर ने कहा कि राष्ट्रगीत के 150 वर्ष पूरे हो गए। उन्होंने सवाल पूछा कि वंदे मातरम की मान- मर्यादा को क्या सरकार समझती है। मां के बच्चों पर अत्याचार करना, तिरस्कृत करना, आई लव मोहम्मद बोलने पर मुसलमानों को गिरफ्तार करना, युवाओं के नौकरी मांगने पर डंडे बरसाना, महिलाओं को जिंदा जलाना और सताना क्या यही वंदे मातरम है। आरोप लगाया कि सरकार दलितों के मौत के आंकड़े छुपा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की योगी सरकार बाहुबलियों का संरक्षण और पीडीए का भक्षण कर रही है।
उन्होंने गोंडा जनपद में संजय सोनकर को मारपीट कर हत्या करने पर सरकार और प्रशासन की मंशा पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पूरा देश महंगाई की मार से झुलस रहा है। सदन में जब भी सवाल पूछा जाता है तो स्वास्थ्य मंत्री गायब रहते हैं। सपा सरकार में बने अस्पताल में उप मुख्यमंत्री और कैबिनेट के मंत्री इलाज कराने के लिए भर्ती हुए जबकि इससे पहले मंत्रियों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ता था। उन्होंने मुख्यमंत्री विवेकाधीन को बढ़ाने के लिए सरकार से मांग की ताकि गरीब जनता इलाज के अभाव में मौत के घाट न उतरे। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कम फंड मिलने के कारण प्रति वर्ष हार्ट अटैक से 5 लाख तथा कैंसर से 2.5 लाख लोग मर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुंह से केवल बोलना ही वंदे मातरम नहीं है बल्कि धरातल पर उसे अमल में लाना वंदे मातरम है। बलिदानों की कद्र करना और वंदे मातरम को धरातल पर उतारना ही असली वंदे मातरम है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नीतियां पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग को तिरस्कृत कर रही हैं।
![]() |
| फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

एक टिप्पणी भेजें