विदेश में रह रही प्रियंका के नाम पर यूपी की प्रियंका कर रही थी फर्जी शिक्षिका की नौकरी, इस तरह हुआ खुलासा

विदेश में रह रही प्रियंका के नाम पर यूपी की प्रियंका कर रही थी फर्जी शिक्षिका की नौकरी, इस तरह हुआ खुलासा

मिर्जापुर । उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में एक हैरान करने वाला फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। प्रियंका यादव नाम की कन्‍नौज की एक महिला लंदन में रहने वाली प्रियंका प्रजापति के नाम पर फर्जी तरीके से सरकारी टीचर की नौकरी करने का खुलासा हुआ है।

प्रियंका यादव ने प्रियंका प्रजापति के नाम पर पिछले 6 साल से सरकारी टीचर की नौकरी कर रही थी। इतना ही नहीं वह फर्जीवाड़े तरीके से अबतक 39 लाख रुपये सैलरी उठा चुकी है। अब करीब 6 साल बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है, जिसके बाद अधिकारियों के होश उड़ गए हैं।

प्रियंका प्रजापति के नाम पर फर्जी नौकरी करने वाली प्रियंका यादव की पोल एक गुमनाम शिकायती पत्र ने खोल दिया है। मामले का खुलासा होने के बाद नौकरी से प्रियंका यादव को बर्खास्त करते हुए उसके खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है।

39 लाख उठा चुकी है सैलरी

आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रियंका प्रजापति के नाम पर आरोपी युवती मिर्जापुर में सरकारी टीचर की नौकरी कर रही थी। FIR में जिक्र किया गया है कि आरोपी प्रियंका 6 साल की नौकरी में अपनी नियुक्ति से लेकर अगस्त 2021 तक 38 लाख 99 हजार से अधिक सैलरी उठा चुकी है। प्रियंका यादव, प्रियंका प्रजापति के नाम पर फर्जी दस्तावेज के आधार पर 2015-16 में उर्दू की सहायक टीचर के पद पर नौकरी लगी थी। फिलहाल, आरोपी टीचर को बर्खास्त कर मामले की जांच जारी है।

ऐसे हुआ खुलासा

एक गुमनाम शिकायत पत्र से इस मामले का खुलासा हुआ, जिसके बाद यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी महिला टीचर के खिलाफ पड़री थाने में FIR दर्ज किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, कन्नौज जिले के रहने वाले मनोज कुमार प्रजापति की बेटी प्रियंका प्रजापति साल 2019 से लंदन में पति अश्विनी कुमार के साथ रहती हैं। जांच में पता चला कि प्रियंका प्रजापति के अकेडमिक रिकॉर्ड्स को हूबहू कॉपी कर कन्नौज की ही प्रियंका यादव (अजमेर सिंह यादव की बेटी) ने उर्दू सहायक टीचर की नौकरी हासिल कर ली थी।

लंदन में रहती है प्रियंका प्रजापति

संयुक्त शिक्षा निदेशक विंध्याचल मंडल कामता राम पाल ने इस मामले की जांच करवाई, तो इस बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। स्कूल के मूल प्रमाण पत्र से पता चला कि जिसकी डिग्री पर प्रियंका यादव नौकरी कर रही थी, वह प्रियंका प्रजापति तो काफी समय से लंदन में रह रही है। प्रियंका के पिता मनोज प्रजापति ने 22 फरवरी 2022 को शपथ पत्र देते हुए स्वीकार किया कि उनकी बेटी प्रियंका प्रजापति के रिकॉर्ड लंदन में हैं। उंसके नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर दूसरी लड़की यानी प्रियंका यादव टीचर की नौकरी कर रही है। साभार आज तक।

फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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