ललितपुर । वरिष्ठ भाजपा नेत्री एवं जनपद की महिला महिला मोर्चा की प्रथम जिलाध्यक्ष , प्रांतीय परिषद सदस्य श्रीमती ऊषा गुप्ता ने बताया कि जीवन में संस्कारों का बड़ा महत्व है। ऐसा ही एक संस्कार है समाजसेवा का भाव। निस्वार्थ भाव से यथासंभव जरूरतमंद की मदद और समाजसेवा करना हमारे संस्कारों की पहचान कराता है। समाजसेवा के लिए
किसी पद की आवश्यकता नहीं रहती। यदि पद लिया हो तो उसका महत्व समझकर अपने दायित्व का निर्वहन करना ही सच्चे समाजसेवी का धर्म होता है। उन्होंने अपने वक्तव्य मे बताया कि जनपद ललितपुर के समाज़सेवी संस्था/समाज़सेवी व्यक्ति ही हमारे जनपद कि असली पहचान है बिषम से बिषम परिस्तिथियों मे जनपद के असहाय , जरूरतमंद लोगों कि सहायता जो हाथ सबसे पहले आगे बढ़ते हैं वो हाथ समाज़सेवियों के हाथ होते हैं निस्वार्थ भाव से बिना किसी द्वेषभाव के सदैव दूसरों कि मदद को तत्पर जनपद के प्रत्येक समाज़सेवी ही जनपद कि असली पहचान है निर्विरोध 16 साल भाजपा महिला जिलाध्यक्ष कि कमान संभालने वाली ऊषा गुप्ता ने कोरोना काल का जिक्र करते कहा कि जब देश मे भारी संकट मे था लोग खाने ओर काम कि तलाश मे दौड़ भाग करने मे लगे थे तब जनपद ललितपुर ; ना कोई भूखा सोया ना कोई जनपद से भूखा गया और असम्भव से कार्य को पुरा किया समाज़सेवी संस्थाओं ओर समाज़सेवी व्यक्तियों ने । उन्होंने कहा जब समाजसेवा का गुण युवाओं में होना आवश्यक है। आज का युवा कल का राष्ट्र निर्माता है। जनपद के प्रत्येक समाज़सेवी संस्था एवं समाज़सेवी व्यक्ति के साथ ऊषा गुप्ता सदैव खड़ी रही है और आगे जब भी जरूरत पड़ेगी मै सदैव सहयोग के लिए उपस्थित रहूंगी । प्रत्येक सामज़सेवी कि आवाज़ के साथ सदैव मेरा सहयोग रहेगा ।![]() |
उषा गुप्ता,समाजसेवी |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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