गोरखपुर। छठ में केवल बिहार, उत्तर प्रदेश व अन्य हिन्दीभाषी राज्यों में ही नहीं बल्कि वहां तक भी है जो हिन्दी नहीं जानते। विदेशों में भी छठ मनाया जाने लगा है।
गोरखपुर में एक जर्मन महिला अपने भारतीय पति के साथ छठ पूजा उत्सव में शामिल हुई। यह परिवार पिछले 12 साल से स्विट्जरलैंड में रह रहा है। यह परिवार भारत भ्रमण पर आया है। 31 अक्टूबर को इस परिवार ने गोरखपुर में पूरे विधि विधान से छठ की पूजा की।
गोरखपुर में हुई है महिला की शादी
विक्टोरिया नाम की इस महिला की शादी गोरखपुर के शुभम अग्रवाल से हुई है। विक्टोटोरिया और शुभम ने हिंदू और जर्मन रीति-रिवाज से शादी की थी।
सोमवार को दोनो ने गोरखपुर के सूर्यकुंड धाम में पूरे विधि विधान से छठ व्रत किया और पूजा-अर्चना की। पूजा करने के लिए विक्टोरिया ने एक काले रंग का सलवार सूट पहना था, जिसे उन्होंने चमकीले गुलाबी दुपट्टे और बिंदी के साथ जोड़ा था।
यहां आकर बहुत खुश हूं
एएनआई से बात करते हुए शुभम ने कहा, 'हम यहां आकर बहुत खुश हैं क्योंकि हम विदेश में रहते हैं। हालांकि मैं पिछले 12 सालों से दूर रह रहा हूं, मैं छठ जैसे त्योहारों को देखकर बड़ा हुआ हूं।' उन्होंने कहा, 'यह मेरे बच्चे और मेरी पत्नी का पहला छठ है इसलिए हम बहुत खुश हैं। मुझे लगता है कि यह त्योहार न केवल मानवता को बल्कि सभी को एक साथ लाता है।'
भारत में छठ मनाने के अपने अनुभव के बारे में बोलते हुए, विक्टोरिया ने कहा, ' मैं वास्तव में इसका आनंद ले रही हूं और मैं बहुत खुश हूं कि मैं इस त्योहार को अपने पति के साथ यहां भारत में बिता सकती हूं।'
प्रात:कालीन सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर व्रतियों ने की मंगल कामना : सोमवार को प्रात:कालीन सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ छठ व्रत की पूर्णाहुति हो गई। सूर्य के उदय होते ही श्रद्धालुओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। व्रतियों ने अर्घ्य अर्पित कर मंगल कामना की। जयघोष गूंज रहा था। माहौल भक्ति से ओतप्रोत था। बच्चों ने पटाखे जलाकर खुशी मनाई। साभार जेएनएन।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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