नीट परीक्षा में बड़े फर्जीवाड़ा का हुआ खुलासा,इस स्कैम के बारे में जानकर आप हो जाएंगे दंग

नीट परीक्षा में बड़े फर्जीवाड़ा का हुआ खुलासा,इस स्कैम के बारे में जानकर आप हो जाएंगे दंग

नई दिल्ली । नीट परीक्षा की गिनती देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में की जाती है. देश के प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हासिल कर पाना आसान नहीं होता है.

इसमें सफल होने के लिए कुछ उम्मीदवारों को परीक्षा के कई अटेंप्ट भी देने पड़ जाते हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश की एक छात्रा ने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए भी शॉर्टकट अपना लिया.

उत्तर प्रदेश की एक छात्रा नीट परीक्षा (NEET Exam) में असफल हो गई थी. उसने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए फर्जी डॉक्युमेंट तैयार करवा लिए (Medical College Admission). वह आराम से हॉस्टल में रहने भी लगी. लेकिन फिर 2 दिनों में ही उसके फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया. इस स्कैम के बारे में जानकर आप भी दंग रह जाएंगे (Scam News).

मात्र 64 नंबर में पहुंच गई मेडिकल कॉलेज!

इस छात्रा को NEET 2022 परीक्षा में 64 नंबर मिले थे. लेकिन उसने फर्जीवाड़ा करके नंबरों को 464 बना दिया. फिर नीट काउंसलिंग से सीट आवंटन के बाद मिलने वाले अलॉटमेंट लेटर की भी फर्जी कॉपी बनवा ली. वह सभी डॉक्युमेंट्स लेकर यूपी में Jaunpur Medical College में एमबीबीएस कोर्स (MBBS Course) में एडमिशन लेने पहुंच गई और कॉलेज के हॉस्टल में भी रहने लगी.

कहां का है मामला?

फर्जीवाड़े का यह मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर में स्थित है. इसका नाम उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय है. फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ होते ही मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल ने पुलिस व उच्च अधिकारियों से शिकायत की थी (Medical College Admission). लेकिन अधिकारियों ने छात्रा से पूछताछ करने के बाद उसे उसके परिजनों के साथ घर भेज दिया.

साइबर कैफे से शुरू हुआ खेल

पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी छात्रा लखनऊ से NEET की तैयारी कर रही थी. उसने 2022 में NEET परीक्षा दी थी. इसमें उसे 64 अंक मिले थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लखनऊ के साईं साइबर कैफे के संचालक आलोक भारद्वाज ने एडिटिंग से छात्रा के मार्क्स को 464 बना दिया. आरोपी ने फर्जी डॉक्युमेंट के जरिए जौनपुर के मेडिकल कॉलेज में MBBS में एडमिशन कराने के नाम पर छात्रा से 17 हजार रुपये फीस भी ली.

शक पर हुई जांच

छात्रा वाराणसी के शहंशाहपुर जाखिनी की रहने वाली है. फर्जी डॉक्युमेंट के आधार पर वह जौनपुर मेडिकल कॉलेज के महिला छात्रावास में रहने भी लगी थी (Scam News). हालांकि महिला छात्रावास की प्रभारी को कुछ शक हुआ तो उन्होंने दस्तावेजों की दोबारा जांच करवाई. उसमें वह फर्जी पाए गए. हैरानी की बात है कि नीट रिजल्ट से लेकर एनओसी और सीट एलॉटमेंट लेटर तक सब कुछ फर्जी था. साभार न्यूज18.

फाइल फोटो 

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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