आजमगढ़ । जिले की पुलिस ने हत्या, लूट, डकैती जैसे 24 गंभीर मुकदमे के आरोपी 25 हजार के इनामी अर्न्तजनपदीय दीपक यादव को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। आरोपी की पुलिस को काफी दिनों से तलाश थी। पुलिस को यह सफलता चेकिंग के दौरान मिली। पुलिस को चेकिंग के दौरान लालगंज की तरफ से एक बाइक आते दिखी। पुलिस को देखते ही आरोपी पीछे मुड़कर भागना चाहा। ऐसे में बरदह और देवगांव थाने की पुलिस सामने आई गई। चारों तरफ से घिरने पर आरोपी ने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस द्वारा की गई कंट्रोल फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लगी। आरोपी की पहचान दीपक यादव पुश्र नरेश यादव मेंहनगर के रूप में हुई। आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। आरोपी के कब्जे से बिना नंबर की बाइक, देशी पिस्टल और 2500 रूपया नगद भी मिला है। एसपी ग्रामीण राहुल रूसिया ने बताया कि यह आरोपी जिससे लूट करते थे उसे गोली मार दिया करते थे।
गैंग बनाकर घटनाओं को देते थे अंजाम
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि हमारा गैंग योजना बनाकर लूट, चोरी, छिनैती और डकैती की घटनाओं को अंजाम देता है। इस गैंग में कुलदीप उर्फ कंवलदीप, दिनेश, दीपक राजभर, आसिफ और अंशिका जो कि गोरखपुर की रहने वाली है शामिल हैं। हमारा गैंग कई वर्षों से लगातार घटनाओं को अंजाम देता है।
इन घटनाओं में शामिल रहने का आरोप
आरोपी ने तीन मई वर्ष 2018 में जौनपुर जिले में बाइक से जा रहे दंपत्ति जितेन्द्र सुनील और शांति देवी की रास्ते में लूट के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके साथ ही 29 नवंबर को आजमगढ़ जिले में गोली मारकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। इसके साथ ही 13 अगस्त को भी लूट की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने गोली मारने का आरोप है। इन घटनाओं के खुलासे के लिए पुलिस की कई टीमें लगी थी। नौ दिसंबर को घटना में शामिल कुलदीप उर्फ कंवलदीप और अंशिका को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि दीपक राजभर को भी 10 अक्टूबर को भी पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है। घटना में शामिल दीपक यादव लगातार फरार चल रहा था।
लूटने वाले व्यक्ति को मारता था गोली
अर्न्तजनपदीय लूट गैंग का यह गिराह लूट करते समय लूटने वाले व्यक्ति को गोली जरूर मानता था। यह गैंग काफी दिनो से लूट हत्या डकैती चोरी आदि के अन्तर्जनपदीय सक्रिय अपराधी है। यह गैंग मोबाइलों को रख कर वर्चुअल नम्बर बिना सिम के जनरेट कर आपस में बात करते हैं, जिससे लोकेशन ज्ञान न हो सके। यह लुटेरे चौराहे व मुख्य मार्गो का इस लिए प्रयोग नही करते हैं। इन मार्गो पर पुलिस का आवागमन रहता है तथा साथ ही साथ पहचाने जाने की संभावना रहती है। इसलिए आरोपी पगडंडी और नहर आदि के संपर्क मार्गों का प्रयोग करते हैं। आरोपी के विरूद्ध आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर और मऊ जिले में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, छिनैती और डकैती जैसी संगीन घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। साभार डीबी।
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मुठभेड़ में पकड़ा गया आरोपी |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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