आजमगढ़। जहानागंज थाना क्षेत्र के करपिया गांव के पास 24 अप्रैल की रात गला रेंतकर की गई आटोरिक्शा चालक सुनील गुप्ता की हत्या के आरोपी को रविवार सुबह पुलिस ने बजहा पुलिया के पास हुई मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया।
उसके बाएं पैर में गोली लगी है। ऑटो चालक की हत्या उसके चाचा ने ही सुपारी देकर कराई थी। पुलिस ने चाचा और कत्ल के लिए ठेका लेने के आरोपी को भी दबोच लिया है।
मूलरूप से रौनापार थाने के वनाने गांव निवासी रामनरायण गुप्ता के बेटे सुनील गुप्ता को मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना थाने के फरीदाबाद गांव में नेवासा मिला था। वह अपने परिवार के साथ वहीं रहता था। घर का खर्च चलान के लिए आटो रिक्शा चलाता था। 25 अप्रैल की रात को जहानागंज थाने के करपिया गांव के रास्ते पर सुनील की गला रेतकर हत्या कर दी गई। टेंपों में ही उसका खून से लथपथ शव बरामद हुआ था। घटना के संबंध में सुनील के पिता रामनरायण ने जहानागंज थाने में तहरीर देकर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हत्या की गुत्थी सुलझाने में एसपी सिटी शैलेंद्र लाल के नेतृत्व में जहानागंज थाना और क्राइम ब्रांच की स्वॉट टीम को लगाया गया था।
हिरासत में लिए गए चाचा ने खोला राज
आटो रिक्शा चालक सुनील की हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस ने शक के आधार पर उसके चाचा अवधेश गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में उसने बताया कि मुबारकपुर थाने के केरमा गांव निवासी प्रवीण राय उर्फ डिंपल पुत्र स्व. बैजनाथ से उसने सुनील की हत्या के लिए तीन लाख रुपये में सौदा तय किया। इसके बाद रुपये दे दिए। इसके बाद पुलिस ने प्रवीण राय को पकड़ा। पूछताछ के दौरान प्रवीण ने बताया कि उसने एक लाख रुपये में अफजल को ठेका दिया। योजनाबद्ध तरीके से 24 अप्रैल की रात को प्रवीण राय और अफजल ने घटना को अंजाम देते हुए सुनील को मौत के घाट उतार दिया। हत्यारोपी सुनील की हत्या के लिए तीन माह से योजना बना रहे थे। साभार एचटी।
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पकड़े गए आरोपी |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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