अररिया। बस स्टैंड स्थित शिवलोक होटल में पुलिस ने छापेमारी कर देह व्यापार के धंधे का खुलासा किया है।शुक्रवार के शाम होटल के अलग अलग कमरे से नगर थाना पुलिस की ओर से की गई छापेमारी में चार युवक और युवतियों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया।जिसे पुलिस ने धर दबोचते हुआ हिरासत में लेकर नगर थाना पहुंची है।
होटल के कमरे से कई आपत्तिजनक सामानों की बरामदगी की गई है।नगर थाना में सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह समेत नगर थानाध्यक्ष शिव शरण साह हिरासत में लिए गए युवक युवतियों से पूछताछ कर रही है।यह कार्रवाई अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई।
मामले को लेकर सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने कहा कि अररिया एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि बस स्टैंड स्थित शिवलोक होटल में वैश्यावृति के धंधे के साथ मादक पदार्थों का सेवन धडल्ले से किया जा रहा है।इसी सूचना पर एसपी अशोक कुमार सिंह के निर्देश पर नगर थाना पुलिस ने जब बलिया स्टैंड स्थित होटल में छापेमारी की तो अलग अलग चार कमरों से आपत्तिजनक हालत में चार युवक युवतियां मिली।इसके अलावा होटल से कई आपत्तिजनक सामानों को बरामदगी की गई है।उन्होंने कहा कि कुछ माह पहले ही बगल के एक आवासीय होटल से भी बड़ी मात्रा में वैश्यावृति में संलिप्त युवक युवतियों को पकड़ा गया था और बस स्टैंड के आसपास के इलाकों में यह अवैध वैश्यावृति का धंधा नासूर बनता जा रहा है।उन्होंने इससे पहले भी कई बार शिवलोक होटल में वैश्यावृति को लेकर की गई छापेमारी में युवक युवतियां पकड़े जाने की बात करते हुए होटल को सील करने की बात कही।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी शिवलोक होटल सहित अगल बगल के होटलों से छापेमारी में बड़ी संख्या में युवतियों को पकड़ा गया था।पकड़ी गई युवतियां अधिकांश तौर पर अररिया शहरी क्षेत्र के अलावे अगल बगल के ग्रामीण इलाकों की थी।जिसे दलालों द्वारा धंधा के एवज में ग्राहक के मुताबिक पैसे दिए जाते थे।इसके अलावे पिछली पूछताछ में युवतियों कई चाहुकाने वाले तथ्यों का खुलासा करते हुआ गिरोह के कई दलाल रूपी सदस्यों के नामों का खुलासा पुलिस के समक्ष किया था।युवतियों ने बताया था कि बड़े बड़े ग्राहकों के द्वारा कम उम्र की लड़कियों को सफेद कॉलर वाले लोग अपने साथ फार्म हाउस या फिर टूर पर भी लेकर जाते हैं और दिन के हिसाब से मोटी रकम दी जाती है।बाहर ले जाकर समूह में भी उनके साथ शारीरिक संबंध बनाया जाता है।लेकिन हर बार छापेमारी के बाद पुलिस गिरोह के सदस्यों को पकड़ने का दंभ भरती है,लेकिन बाद में मामला सिफर हो जाता है। साभार हि.स।
![]() |
फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
एक टिप्पणी भेजें