आजमगढ़ । जिले में भगवान श्रीराम के मंदिर का भूतल बनकर तैयार है और 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. लेकिन एक राम ऐसे भी हैं जो यूपी के आजमगढ़ में पिछले 25 साल से अपने पूरे कुनबे के साथ कैद हैं.
प्रभु राम की रिहाई के लिए पिछले दो दशक से उनके भक्त लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन पुलिस है कि अपनी इज्जत पर बट्टा न लगे इसलिए उन्हें आजाद करने के लिए तैयार नहीं है. सवाल यह है कि अयोध्या में तो राम का वनवास खत्म होगया, लेकिन आजमगढ़ के थाने में बंद प्रभु श्रीराम कब रिहा होंगे.
मामला यूपी के आजमगढ़ जिले के दत्तात्रेय आश्रम का है. यहां सैकड़ों वर्ष पूर्व भगवान श्रीराम, सीता जी और लक्ष्मण जी की अष्टधातु की प्रतिमा स्थापित की गयी थी. जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत दो दशक पहले करोड़ों में थी. वर्ष 1999 में इस करोड़ों की प्रतिमा पर चोरों की नजर पड़ गयी. चोरों ने तीनों प्रतिमाओं को चुरा लिया. भगवान की मूर्ति चोरी होने के बाद जब भक्तों का गुस्सा फूटा तो पुलिस ने प्रयास कर मूर्ति को बरामद कर लिया. उस समय बरामद प्रतिमा को मालखाने में रख दिया गया.
पुलिस को है ये डर
इसकी जानकारी होने पर मंदिर के महंत सरजूदास जी महराज बरामद प्रतिमा को मालखाने से निकालकर मंदिर में स्थापित करने के लिए कई वर्षों तक संघर्ष किया. उन्होंने इस संबंध में थानाध्यक्ष, एसपी, डीआइजी से लेकर सीएम तक से गुहार लगायी, लेकिन किसी ने नहीं सुनी. थक हार कर वे बैठ गये. इसके बाद 2010 में भक्तों ने दोबारा महीनों तक लड़ाई लड़ी, लेकिन पुलिस ने यह कहकर टाल दिया कि जबतक वहां पुलिस चौकी नहीं बन जाती, वे करोड़ों की मूर्ति वहां स्थापित नहीं कराएंगे. कारण कि मूर्ति की चोरी का डर पुलिस को सता रहा था. भक्त भी मजबूर होकर शांत हो गए. आज भी भगवान मालखाने में कैद हैं.
फिर उठी रिहाई की मांग
अब अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भगवान श्रीराम के भक्त एक बार फिर दत्तात्रेय आश्रम में भगवान श्रीराम के आगमन का प्रयास शुरू कर दिये है. भक्त चाहते हैं कि अयोध्या में भगवना श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा से पहले विष्णु के अवतार दोबारा दत्तात्रेय आश्रम में स्थापित हो. क्षेत्र के लोगों ने एक बार फिर एसपी से गुहार लगाई हैं कि भगवान श्रीराम के कुनबे को कारागार से मुक्त कर मंदिर में स्थापित कर उनकी सुराक्षा किया जाए. साभार न्यूज 18.
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
parmartimes@gmail.com
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