जौनपुर। सिकरारा थाना क्षेत्र के मनिकापुर गांव में बुधवार दोपहर बाद नाले के बगल स्थित खाली खेत में एक युवक (32) का शव मिला। उसकी पहचान प्रशांत मिश्र पुत्र सूर्यप्रकाश मिश्र निवासी वारी (बरहता) के रूप में हुई।
पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया है।
प्रशांत मंगलवार की सुबह नौ बजे बिना किसी से कुछ कहे घर से पैदल ही निकल गया था। दोपहर ढाई बजे परिजनों के मोबाइल पर प्रशांत का एक वीडियो आया। इसमें वह लगातार ब्लड प्रेशर की गोलियां पत्तों से निकालकर खाता दिख रहा है। कुल 40 गोलियां खाईं थी। वीडियो देख परिजनों ने उसके मोबाइल पर फोन किया, लेकिन काल रिसीव नहीं हुआ। परिजन परेशान हो गए और उसकी खोजबीन में जुट गए। इसके बाद मोबाइल बंद बताने लगा तो लोग और भी परेशान हो गए। देर रात तक खोजबीन की गई। बुधवार सुबह मछलीशहर कोतवाली में सूचना देने के बाद पुनः खोजबीन में जुट गए। बुधवार दोपहर बाद लगभग डेढ़ बजे मृतक के घर से करीब आठ किमी दूर सिकरारा थाना क्षेत्र के मनकापुर गांव में एक नाला किनारे खाली खेत में उसका शव मिला। पड़ोसियों ने बताया कि एक महीने पहले भी वह इसी तरह बीपी की गोलियां खाकर आत्म हत्या का प्रयास किया था। सही समय पर इलाज हो जाने से उसकी जान बच गई थी। ग्रामीणों की सूचना पर थानाध्यक्ष अमित सिंह मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कराने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक एक निजी स्कूल में रात में चौकीदार की नौकरी करता था। साथ ही साथ खेती का काम भी करता था। मृतक के दो बच्चे हैं। एक पांच साल की बेटी जीवा व तीन साल का बेटा है। प्रशांत की मौत के बाद परिवार में मातम छा गया है। थानाध्यक्ष अमित सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
पिता के बुढ़ापे की छिनी लाठी, बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
सिकरारा। प्रशांत मिश्र की मौत से पिता व परिवार पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा है। पिता सूर्य प्रकाश मिश्र गहरे सदमे में हैं। दुर्भाग्य ऐसा कि पहले पत्नी का निधन हुआ फिर कोरोना महामारी में बड़े बेटे निशांत मिश्र की मौत हो गई। घाव भरा भी नहीं था कि जीने का अंतिम सहारा प्रशांत भी साथ छोड़कर चला गया। इससे जहां पिता के बुढापे की लाठी छिन गई वहीं पत्नी मधू बेसहारा हो गई,,बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया। पत्नी गश्त खाकर गिर जा रही है। होश में आने पर दोनों बच्चों को सीने से लगाकर चीत्कार रही है। इसे देख हर किसी की आंखें नम हो गईं। लोग यह कहते सुने गए कि ऊपर वाले की मर्जी के आगे किसी का जोर नहीं चलता। साभार ए यू।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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