जौनपुर । संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2025 के परिणाम में मेरे जौनपुर जनपद के 5 होनहार लड़के एवं लड़की ने क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
रिजल्ट घोषित होने के बाद सोशल मीडिया से लेकर चट्टी चौराहे पर इनकी सफलता को लेकर चर्चा होती रही। सफल प्रतियोगियों के घर, परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। सफल हुए होनहारों में कई मौजूदा समय में किसी न किसी सरकारी नौकरी में हैं। मेधावियों ने बताया कि सोशल मीडिया से दूर रहकर, धैर्य के साथ मेहनत किए और सफलता मिली।
आस्था ने पहले प्रयास में पाई सफलता
चंदवक: डोभी क्षेत्र के कुशहां कनौरा गांव की आस्था सिंह पुत्री बृजेश कुमार सिंह ने अपने पहले प्रयास में 61वां स्थान हासिल किया है। वह इस समय हरियाणा में बतौर पीसीएस अधिकारी तैनात हैं। आस्था के पिता बृजेश सिंह श्री गणेश राय पीजी कॉलेज से एमएससी करने के बाद हरियाणा के पंचकूला में स्थित फार्माच्यूटिकल्स कंपनी में क्वालिटी हेड के पद पर कार्यरत हैं। मां शालिनी सिंह भी परास्नातक हैं। आस्था पिता के साथ ही रहकर पढ़ाई की हैं। आस्था हरियाणा में पीसीएस अधिकारी के पद पर तैनात हैं। आइएएस में चयन की जानकारी मिलते ही प्राचार्य प्रो. प्रवीण कुमार सिंह की अध्यक्षता में महाविद्यालय में बैठक कर आस्था के उज्ज्वल भविष्य की कामना की गयी। इस अवसर पर प्रो. आलोक कुमार सिंह, प्रो . रमाशंकर सिंह, प्रो. रवींद्र कुमार सिंह, प्रधानाचार्य मनोज कुमार सिंह उपस्थित थे।
प्रशांत को मिली 102वीं रैंक
सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के खलीलपुर निवासी प्रशासनिक अधिकारी सुशील सिंह के पुत्र प्रशांत सिंह ने 102वीं रैंक हासिल की। प्रशांत सिंह की शिक्षा लखनऊ और दिल्ली से हुई थी। सफलता से गांव में खुशी का माहौल हैं। चाचा चुलबुल सिंह ने यह जानकारी दी है। सफलता की जानकारी मिलते ही परिवार में खुशी का माहौल दिखा। प्रशांत को पहले प्रयास में सफलता मिली है।
गोठांव के रजत को भी मिली सफलता
बरसठी थाना क्षेत्र के गोठांव गांव निवासी रजत ने 132 वीं रैंक हासिल की है। वर्ष 2023 की परीक्षा में भी सफलता हासिल की थी। उस समय रैंक 379 थी, उन्हें आईआरएस मिला था, वह इस समय रेलवे में भुसावल महाराष्ट्र में ट्रेनिग कर रहे हैं। लेकिन इससे आगे जाने की सोच रखते हुए जुटे रहे और सुधार कर परिणाम बेहतर हासिल किया। प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ से ही हुई थी, आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी में जुट गये थे। उनके पिता राकेश सिंह डीएफओ के पद पर औरैया जिले में तैनात है।
सोशल मीडिया से दूर रहकर अभिषेक ने पाई सफलता
बदलापुर क्षेत्र के ढेमा (डुहिया) गांव निवासी अभिषेक सिंह को यूपीएससी परीक्षा में 78वीं रैंक मिली है। गांव निवासी पेशे से चिकित्सक अखिलेश सिंह के पुत्र अभिषेक ने यह सफलता चौथे प्रयास में पायी है। अभिषेक की प्राथमिक शिक्षा गांव से हुई। उसके बाद हाईस्कूल व इंटरमीडिएट केएनआई सुल्तानपुर से पूरी हुई। आईआईटी हैदराबाद से करने के बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट गये। अभिषेक ने बताया कि सेल्फ स्टडी कर उन्होंने चौथे प्रयास में सफलता पायी है। सोशल मीडिया से दूर रहे और वह 15-16 घंटे पढ़ाई करते हैं। सफलता पर शिक्षक अम्बिकेश्वर सिंह ने खुशी का इजहार किया।
गौतम सिंह को मिली 526वीं रैंक
सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सोनिकपुर गांव निवासी और नेहरू बालोद्यान के प्रबंधक सीडी सिंह के पुत्र गौतम सिंह 526वीं रैंक हासिल किया है। नेहरू बालोद्यान से ही गौतम ने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद दिल्ली से हिस्ट्री से ऑनर्स की डिग्री हासिल किए। दिल्ली सेंट्रल ला कैंपस से एलएलबी कर रहे थे साथ ही सिविल की तैयारी कर रहे थे। दूसरे प्रयास में सफलता मिली। गौतम ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और गुरुजनों को दिया है।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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