सीतापुर। बिजली विभाग के एक जेई ने राज्यमंत्री को ऐसा जवाब दे दिया कि वे अवाक रह गए। इसके साथ ही मध्यांचल एमडी के फोन न उठाने से नाराज मंत्री सुरेश राही मंगलवार को सीतापुर के हरगांव पावर हाउस परिसर में ही धरने पर बैठ गए।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को जब इस बात की खबर लगी तो उन्होंने मंत्री से बात की और उनके आदेश पर जेई रमेश मिश्र को निलंबित कर दिया गया है।
सीतापुर के हरगांव क्षेत्र के ग्राम कोरैया उदनापुर में कई दिनों से बिजली न आने की शिकायत ग्रामीणों ने मंत्री से की थी। कारागार राज्यमंत्री और क्षेत्रीय विधायक सुरेश राही मामले का संज्ञान लेते हुए हरगांव पावर हाउस के अवर अभियंता (जेई) रमेश मिश्र से ट्रांसफॉर्मर बदलवाने को कहा।
अवर अभियंता ने राज्यमंत्री से स्वयं ट्रांसफॉर्मर स्टोर से बदलवाने को कह दिया। जेई की इस बातचीत से नाराज मंत्री एक पिकअप रस्सा और ग्रामीणों के सहयोग से ट्रांसफॉर्मर उतारने खुद कोरैया उदनापुर पहुंच गये। उन्होंने ट्रांसफॉर्मर उतरवाया और उसे लेकर हरगांव पावर हाउस लेने पहुंच गए। आनाकानी होने पर राज्यमंत्री कार्यकर्ताओं संग वहीं धरने पर बैठ गए।
इस बीच राज्यमंत्री ने जब एमडी विद्युत से बात करने करनी चाहिए तो स्टाफ ने बात नहीं कराई। धरने की बात सुनकर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। खबर मंत्री तक पहुंची तो उन्होंने मंत्री से बात की और अधिकारियों के पेच कसे। इसके बाद एमडी, एसी सहित अन्य अधिकारियों का फोन आने लगा तथा अधिशासी अभियंता संजीव मिश्र भी मौके पर पंहुंच गये। नाराज राज्यमंत्री ने जेई पर भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न, अभद्रता से बातचीत करने पर नाराजगी व्यक्त की और निलंबित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के यहां जेई छापा मार रहे हैं और वसूली कर रहे हैं। नगर समेत क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ध्वस्त है उस पर ध्यान नहीं है। निर्बाध बिजली आपूर्ति को जनता तरस रही है। इस संबंध में अधिशासी अभियंता संजीव कुमार मिश्रा ने बताया प्रकरण में अवर अभियंता पर कार्यवाई की जाएगी। वहीं पावर हाउस से राज्यमंत्री धरना समाप्त कर ट्रांसफार्मर लेकर सीतापुर स्टोर को रवाना हो गए।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा है कि अवर अभियंता का व्यवहार अविवेकपूर्ण है। यह बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। एके शर्मा ने बताया कि इस मसले में पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन और मध्यांचल की एमडी से बात हुई और उन्हें हिदायत दी गई है कि भविष्य में ऐसा नहीं होना चाहिए। घटना में ऊपर से लेकर नीचे तक के प्रबंधन की गलती दिखती है। साभार केआइए।
देखें वीडियो 👇
https://x.com/aditytiwarilive/status/1952767384105717871?s=19
![]() |
फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
एक टिप्पणी भेजें